तिर्वा के वकीलों ने भी की तालाबंदी
तिर्वा, संवाद सहयोगी : हसेरन तहसील के विरोध में अधिवक्ताओं ने मोर्चा खोल दिया। अनिश्चितकालीन कलम बंद
तिर्वा, संवाद सहयोगी : हसेरन तहसील के विरोध में अधिवक्ताओं ने मोर्चा खोल दिया। अनिश्चितकालीन कलम बंद हड़ताल कर तहसील के सभी विभागों में तालाबंदी कर दी।वकीलों ने परिसर में जुलूस निकालकर धरना प्रदर्शन किया तथा सरकार के फैसले के विरोध में जमकर नारेबाजी की।
बुधवार को बार एसोसिएशन अध्यक्ष बृजेश शुक्ला व लायर्स एसोसिएशन अध्यक्ष भूपेंद्र ¨सह बैस की अध्यक्षता में अनिश्चितकालीन के लिए कलमबंद हड़ताल अधिवक्ताओं ने शुरू कर दी। पूरी तहसील में जुलूस निकालकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। अधिवक्ताओं ने एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार कार्यालय व न्यायालयों में भी ताला जड़ दिए। नजारत, कम्प्यूटर कक्ष, रजिस्ट्री आफिस भी बंद करा दिया। उसके बाद सभी अधिवक्ता उपजिलाधिकारी न्यायालय के बाहर धरना देकर बैठ गए। अधिवक्ताओं ने दिनभर कामकाज ठप रखा। अधिवक्ताओं ने बताया कि तिर्वा तहसील का एक भी गांव कटने नहीं दिया जाएगा। हसेरन को तहसील बनने से काफी दिक्कतें बढ़ जाएंगी। कानपुर के बिल्हौर का ककवन ब्लाक को कन्नौज जिले में शामिल कर दिया जाए। उन्होंने बताया कि समस्या का जब तक निदान नहीं होगा, तब तक हड़ताल चलती रहेगी। मामले को लेकर उपजिलाधिकारी राजेश यादव ने वार्ता भी की, लेकिन हड़ताल खत्म नहीं हो सकी। राजेश श्रीवास्तव, संजय शुक्ला, नीरज त्रिपाठी, परमानंद तिवारी, संजीव तिवारी, अवकाश अवस्थी, बल्लू चौहान, लल्ला ठाकुर समेत कई लोग मौजूद रहे हैं।