अब शिक्षा की गुणवत्ता के लिए 'कमाल'
कन्नौज, जागरण संवाददाता : परिषदीय स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए अब 'कमाल' योजना का सहारा
कन्नौज, जागरण संवाददाता : परिषदीय स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए अब 'कमाल' योजना का सहारा लिया जाएगा। इसके लिए जिले में प्रथम संस्था को जिम्मा सौंपा गया है। संस्था के प्रशिक्षित लोग ब्लाकों में जाकर पहले शिक्षकों को प्रशिक्षण देंगे। इसके बाद ये ज्ञान बच्चों तक गुरु जी के जरिये पहुंचेगा।
जिलाधिकारी डा. अशोक चंद्र ने जिले में कमजोर बच्चों को मेधावी बनाने की जिम्मेदारी संभालने वाली प्रथम संस्था पर भरोसा जताया है। संस्था को जरूरी संसाधन मुहैया कराने के लिए भी व्यवस्था की गई है। संस्था प्रतिनिधि नुजहत ने बताया कि ब्लाक स्तर पर शिक्षकों को टीएलएम (शिक्षक प्रशिक्षण सामग्री) से प्रशिक्षित करेंगे। ये कार्य योजना कमाल के नाम से जानी जाएगी।
इसमें कक्षा तीन से पांच तक के बच्चों को ¨हदी व गणित को सरल भाषा में पढ़ाने का तरीका सिखाया जाएगा। कई दिन प्रशिक्षण के बाद गुरुजी कक्षा में टीएलएम से बच्चों को ज्ञान बांटेंगे। प्रशिक्षण में सरल भाषा का इस्तेमाल होगा। इससे बच्चों को आसानी से समझाया जा सकेगा। संस्था का दावा है कि इससे थोड़े ही दिनों में फटाफट ¨हदी व गणित में महारथ हासिल हो जाएगी।
कोर कमेटी होगी गठित
जिलाधिकारी ने कमाल योजना का सही ढंग से क्रियान्वयन करने के लिए कोर कमेटी का गठन करने के आदेश दिए है। इसमें बेसिक शिक्षा अधिकारी, डायट प्राचार्य, प्रथम संस्था के प्रतिनिधि व अन्य अफसरों को इससे जोड़ा जाएगा। इसमें कमेटी से बेहतर सुझाव लिए जाएंगे। साथ ही कमियां पाए जाने पर उसमें सुधार किया जाएगा।
बीईओ व एमपीआरसी
करेंगे मारनीट¨रग
जिलाधिकारी ने कमाल योजना पर किए जा रहे कार्य पर नजर रखने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयक व सह-समन्वयक को जिम्मेदारी सौंपी है। इसमें उन्होंने कहा कि विद्यालयों में छात्र संख्या में पंजीकरण के हिसाब से उन्हें शिक्षित किया जा रहा या नहीं। अगर कहीं गड़बड़ी हो रही है तो इसकी जानकारी कोर कमेटी को दी जाएगी। इसके बाद इस मामले में अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
अफसर बोले
कमाल योजना से परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा। इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए अफसरों को निर्देशित कर दिया गया है।-अखंड प्रताप ¨सह, बेसिक शिक्षा अधिकारी।