नहर की खांदी कटने से सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न
तिर्वा, संवाद सहयोगी : तिलसरा रजवहा की खांदी कटने से महसौनापुर व भुनियापुर गांव में सैकड़ों बीघा फसल
तिर्वा, संवाद सहयोगी : तिलसरा रजवहा की खांदी कटने से महसौनापुर व भुनियापुर गांव में सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गई। इसमें आलू की पक्की फसल में जलभराव होने से किसानों को भारी नुकसान हुआ। गेंहू व लहसुन की फसलों में डेढ़ फुट तक जलभराव हो गया है। इस फसल को बचाने के लिए किसान खेतों में भरे पानी को निकालने की कवायद में जुटे हैं। कोई बाल्टी से पानी बाहर फेंक रहा है तो कोई पंपिंग सेट लगाए है।
तहसील क्षेत्र के तिससरा गांव के रजवहा में एक सप्ताह पहले ही पानी आया था। महसौनापुर के आगे किसी ग्रामीण ने रजवहा में बांध लगाकर फसल की सिंचाई करनी चाही। बांध लगाने से रातभर में महसौनापुर के पास नहर की तीन जगह पर खांदी कट गई। खांदी कटने से रातभर में सैकड़ों बीघा फसलें जलमग्न हो गई। इसमें सबसे अधिक आलू की पक्की फसल, गेंहू व लहसुन की प्रभावित हो रही है। किसान अवधेश चतुर्वेदी ने बताया कि उसकी 20 बीघा आलू की पक्की फसल खुदाई के लिए खड़ी थी। खांदी कटने से पूरे खेत में पानी भर गया। इससे अब आलू खराब हो जाएगा तथा इसमें भारी नुकसान होगा। राजू, जगदीश, हरीलाल, शेष नरायन समेत कई किसानों ने बताया कि गेंहू की फसलों में दो से तीन इंच तक पानी नुकसान देय नहीं होता, लेकिन यहां डेढ़ से दो फुट तक खेतों में पानी भर गया है। सुबह से कोई पंपिंग सेट लगाकर पानी बाहर निकाल रहा है तो कोई बाल्टी से ही पानी फेक रहा है। रजवहा की सफाई के वक्त खांदी व मेड़बंदी का कार्य मजबूती से नहीं किया जाता है। इसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है। तहसीलदार सरोज कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जाएगी। किसानों को नुकसान होने पर सहायता भी दिलाई जाएगी।