झड़प-गुस्से के बीच बरसे वोट
झाँसी : सपा-भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हल्की झड़प और नाले पर रिपटे की माँग को लेकर एक गाँव में दोपहर त
झाँसी : सपा-भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हल्की झड़प और नाले पर रिपटे की माँग को लेकर एक गाँव में दोपहर तक चुनाव बहिष्कार के बीच जनपद के शेष स्थानों पर शान्तिपूर्ण मतदान हुआ। वोटर्स ने लोकतन्त्र पर विश्वास जताते हुए वोटों की बरसात कर दी। सबसे अधिक वोट बबीना सीट पर डाले गए, जबकि सदर सीट पर अपेक्षाकृत कम मतदान हुआ। उधर, बबीना में सेना के जवानों ने पूर्वाह्न 10.40 बजे तक मतदान नहीं किया, जिसके बाद प्रशासन सक्रिय हुआ और वोट डलवाए गए। भोजला में पुलिस से उलझे छात्र नेता को हिरासत में लिया गया, तो कृषि उत्पादन मण्डी समिति कार्यालय में बने पोलिंग बूथ पर वीवीपैट की विश्वसनीयता पर सवाल उठाकर कांग्रेसियों ने हंगामा किया। ईवीएम और वीवीपैट की ख़्ाराबी ने कई और जगह भी मतदान को प्रभावित किया, लेकिन बड़ी बाधा कहीं नहीं आई।
झाँसी, मऊरानीपुर, बबीना और गरौठा विधानसभा में मतदान लगभग शान्त रहा है। मऊरानीपुर में 57 प्रतिशत मत पड़े हैं। इस विधानसभा क्षेत्र के खरकामाफ, कुरैचानाका, टहरौली और पृथ्वीपुर में ईवीएम में आई ख़्ाराबी के कारण कुछ देर के लिए मतदान प्रभावित रहा। पचोबई में मतदान का बहिष्कार करने वाले ग्रामीणों को मनाया गया और यहाँ मध्याह्न 12 बजे से वोटिंग शुरू हो सकी। बबीना ग्रामीण और कैण्ट क्षेत्र में 52 प्रतिशत मत गिरे। आर्मी ने दोपहर 2 बजे के बाद मतदान किया। गरौठा में छिटपुट घटनाओं के बीच मतदान निपटा और 61.60 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। विधानसभा सीट के पसौरा गाँव में नशे में मत डालने पहुँचे कुछ लोगों से पुलिस की हल्की कहा-सुनी हुई। भरोसा गाँव में भाजपा व सपा कार्यकर्ताओं में झड़प होने की ख़्ाबर है।
चौथे चरण के लिए झाँसी की चारों विधानसभा सीटों पर वोट डाले गए। शुरूआत चारों सीटों पर एक समान हुई, लेकिन दिन चढ़ते-चढ़ते मतदान में ते़जी आती गई। मतदान समाप्ति तक झाँसी सदर सीट के मतदाता पीछे रह गए। यहाँ 59.5 प्रतिशत मतदाताओं ने मत का प्रयोग किया, जबकि बबीना में सर्वाधिक 69.9 प्रतिशत वोट डाले गए। गरौठा में 67.2 तो मऊरानीपुर में 66.3 मतदान हुआ। शान्तिपूर्ण मतदान से उत्साहित प्रशासन के लिए मऊरानीपुर के ग्राम पचोबई ने टेंशन बढ़ाई। यहाँ के ग्रामीणों ने मतदान शुरू होते ही बहिष्कार कर दिया। ग्रामीणों का आरोप था कि गाँव के छोर पर नाला है, जिसका रिपटा ग्राम पंचायत बड़ागाँव, मऊरानीपुर को जोड़ता है। बरसात में पानी रिपटे के ऊपर से बहता है, जिससे गाँव का सम्पर्क टूट जाता है। प्रशासन से कई बार माँग की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मतदान का बहिष्कार कर धरने पर बैठे ग्रामीणों को समझाने के लिए एसडीएम सुनील शुक्ला व सीओ यशवीर सिंह पहुँचे। उन्होंने समस्या के निराकरण का लिखित आश्वासन दिया, जिसके बाद दोपहर 12 बजे मतदान प्रारम्भ हुआ। शाम तक यहाँ 60 प्रतिशत मतदान हुआ। बबीना के कैण्ट स्थित मतदान केन्द्र पर भी मतदान प्रभावित हुआ। इस बूथ पर धमना गाँव के साथ ही बड़ी संख्या में सेना के जवान मतदान करते हैं। बताते हैं कि अधिकारियों की अनुमति न मिलने के कारण जवान वोट डालने नहीं आए। जानकारी लगते ही प्रशासन व पुलिस के अधिकारी पहुँचे और सेना के उच्चाधिकारियों से वार्ता की। सेक्टर मैजिस्ट्रेट डॉ. प्रदीप जैन ने बताया कि पूर्वाह्न 10.40 बजे जवानों ने वोट डालना शुरू कर दिया। यह टेंशन समाप्त होते ही मोंठ के ग्राम भरोसा से हंगामे की ख़्ाबर आ गई। यहाँ फर्जी मतदान को लेकर सपा व भाजपा कार्यकताओं में टकराव हो गया। लाठियाँ चटकीं, जिससे आधा दर्जन लोग घायल हो गए। पुलिस ने दोनों पक्षों को खदेड़ दिया। इससे पहले बबीना विधान सभा के भोजला गाँव में एक छात्र नेता का पुलिस से विवाद हुआ, जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया। वहीं कृषि उत्पादन मण्डी सचिव कार्यालय के मतदान केन्द्र कांग्रेसियों ने हंगामा कर दिया। उनका आरोप था कि ईवीएम में बटन किसी प्रत्याशी का दबाया जा रहा, जबकि वीवीपैट पर किसी और का नाम दर्शाया जा रहा है। सेक्टर मैजिस्ट्रेट व पीठासीन अधिकारी ने जाँच के बाद वीवीपैट मशीन बदलकर मतदान प्रारम्भ कराया। ईवीएम में ख़्ाराबी की शिकायतें दिनभर आती रहीं, जिससे मतदान प्रभावित रहा। बरुआसागर के तिलैथा गाँव में ईवीएम में बैलेट पेपर जगह से खिसका होने के कारण मतदाता भ्रमित रहे। शिकायत के बावजूद प्रशासन ने यहाँ ईवीएम नहीं बदलवाई।