राहत : 105 की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आयी
- जालौन का मरीज निकला कोरोना पॉ़िजटिव झाँसी : महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलिज की कोविड लैब में 10
- जालौन का मरीज निकला कोरोना पॉ़िजटिव
झाँसी : महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलिज की कोविड लैब में 105 लोगों की कोरोना जाँच की गयी, इसमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव आयी है। इससे ़िजला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को राहत मिली है, जबकि जालौन के एक मरीज की कोरोना रिपोर्ट पॉ़िजटिव आयी है। इसकी पुष्टि ़िजला प्रशासन द्वारा भी कर दी गयी है।
गत दिवस कोविड लैब में 106 सैम्पल भेज गए थे। इसमें से 105 की रिपोर्ट निगेटिव आयी, जबकि पिछले दिनों जालौन के एक व्यक्ति को मेडिकल कॉलिज के कोविड वॉर्ड में भर्ती कराया गया, उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉ़िजटिव आयी है। जालौन में कोरोना वायरस के 3 सन्दिग्ध मरीज मिले है, जिन्हें उरई मेडिकल कॉलिज से झाँसी के लिए रिफर कर दिया गया। उन्हें यहाँ मेडिकल कॉलिज के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती करा दिया गया।
केके पुरी से युवक को ले गयी स्वास्थ्य टीम
झाँसी : केके पुरी कॉलनि के गली में बुधवार को दोपहर में एक व्यक्ति घूम रहा था। इसकी जानकारी क्षेत्रवासियों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को दी। कुछ ही देर में वहाँ पर स्वास्थ्य विभाग का अमला पहुँच गया। युवक की थर्मल स्क्रीनिंग की और टीम उसे अस्पताल ले गयी। जहाँ पर चिकित्सकों द्वारा उसका परीक्षण किया गया।
आँगनबाड़ी कार्यकत्री आशाओं के साथ मिलकर करेंगी सर्वे
- हॉट-स्पॉट क्षेत्र में सर्वे करने का दिया गया प्रशिक्षण
झाँसी : हॉट-स्पॉट क्षेत्र ओरछा गेट व सैंयर गेट में आँगनबाड़ी कार्यकत्री अब आशाओं के साथ मिलकर सर्वे करेंगी। आज मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में उन्हें प्रशिक्षण भी दिया गया। बताया गया कि सर्वे के पहले और सर्वे के दौरान और बाद में क्या -क्या सावधानी बरतनी होगी।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एनके जैन ने बताया कि उक्त क्षेत्रों में 2 दर्जन से अधिक टीमों द्वारा सर्वे कर लोगों की जाँच की जा रही है। अतिरिक्त टीमों की ़जरूरत होने पर अब आँगनबाड़ी कार्यकत्रियों को भी इस कार्य में लगाया जाएगा।
सर्वेलन्स मेडिकल ऑफिसर अनार सिंह ने बताया कि आँगनबाड़ी कार्यकत्री को सर्वे के दौरान कैसे प्रपत्र भरना है, इस बारे में जानकारी दी गयी।
यह करना होगा
स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ. विजयश्री शुक्ला ने बताया कि व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित मिलने पर जिस जगह पर वह रहता है, उसके आसपास के 1 किमी के दायरे को डि़जास्टर ऐक्ट 2005 और महामारी ऐक्ट 1897 के अन्तर्गत कण्टेनमेण्ट ़जोन घोषित कर दिया जाता है। उसके 2 किमी के दायरे में ब़फर ़जोन घोषित कर दिया जाता है। एरिया में रहने वाले सभी लोगों की मेडिकल टीम के द्वारा जाँच की जाती है। टीम के लोग घर -घर जाकर लोगों से उसके परिवार के सदस्यों की संख्या के बारे जानकारी के अलावा सर्दी खाँसी की समस्या, साँस लेने की समस्या के बारे में, विदेश से आने वाले व कोरोना प्रभावित क्षेत्र से आने की जानकारी के प्रपत्र भरवाते हैं।
कोरोना की 'कृपा' से रिहा होंगे 125 बन्दी
0 फि़िजकल डिस्टेन्सिंग बनाने के लिए लिया गया निर्णय
झाँसी : जेल में फि़िजकल डिस्टेन्स बनाने के लिए बन्दियों को मुचलके पर रिहा किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर ़िजला कारागार से 200 बन्दियों को पैरोल मिल चुकी है, अब पैरोल के लिए 125 और बन्दियों को चुन लिया गया है।
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के कारण अदालतें भी बन्द हैं। जेल में सीमित जगह और अधिक बन्दी होने से वहाँ फि़िजकल डिस्टेन्स बनाना असम्भव कार्य था, इसलिए सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे बन्दियों को पैरोल देने का निर्णय सुनाया, जिसकी सजा 1 से 7 साल के बीच की है। ़िजला कारागार से ऐसे 200 बन्दियों को बीते माह पैरोल मिल चुकी है और वे अपने घर पहुँच चुके हैं। ऐसे ही और 125 बन्दियों को पैरोल के लिए चुना गया है। इनकी रिहाई शीघ्र हो जाएगी। ़िजला कारागार अधीक्षक राजीव शुक्ला ने बताया कि बन्दियों को पैरोल देने का मकसद जेल में फि़िजकल डिस्टेन्स बनाना है। सभी बन्दियों के स्वास्थ्य पर ऩजर रखी जा रही है। प्रयास है कि जिस तरह बाहर लॉकडाउन व फि़िजकल डिस्टेन्स का पालन हो रहा है, वैसा ही जेल में भी हो।
फाइल : राकेश व दिनेश
समय : 9 बजे।
दिनांक : 6 मई 2020