नगर निगम की दुकान को लेकर विवाद गहराया
झाँसी : नगर निगम के मुख्य गेट से लगी एक दुकान को लेकर चल रहा विवाद थाने तक पहुँच गया। नवाबाद पुलिस न
झाँसी : नगर निगम के मुख्य गेट से लगी एक दुकान को लेकर चल रहा विवाद थाने तक पहुँच गया। नवाबाद पुलिस ने दुकानदार को हिरासत में ले लिया। दुकानदार के विरुद्ध शिकायत उसकी साझेदार महिला ने की थी। आरोप है कि 3 साल से दुकान से होने वाली आय नहीं दी।
छनियापुरा निवासी अंजली ने पुलिस को बताया कि उसकी जेठानी के नाम नगर निगम की एक दुकान आवण्टित है, जिसका किराया वह लगातार अदा करती चली आ रही हैं। उसके पति की मृत्यु हो गयी, तो जेठानी ने उसको दुकान दे दी, ताकि उसके परिवार का भरण-पोषण होता रहे। उसने एक युवक से साझे पर दुकान में व्यापार डाला। साझेदार ने कुछ माह तक ही उसको इससे होने वाली आय का हिस्सा दिया। लगभग 3 साल से रुपए देना बन्द कर दिये और न्यायालय में वाद दायर कर दिया। आरोप लगाया कि इस दौरान साझेदार ने नगर निगम से उक्त दुकान अपने नाम करने का प्रयास किया। उधर, साझेदार का कहना था कि दुकान को लेकर दो पक्ष सामने आने पर उसने रुपए देने बन्द कर दिये थे। आज दोनों जेठानी-देवरानी थाने पहुँची, तो साझेदार रुपए देने को तो तैयार हो गया। पुलिस भी दोनों पक्षों में समझौते करने में प्रयासरत थी, लेकिन ़कानूनी पेचीदगी को लेकर दोनों तरफ से रस्साकसी जारी थी।
कूटरचित दस्तावे़ज के आधार पर बेच दी ़जमीन
झाँसी : थाना नवाबाद में डड़ियापुरा निवासी खेमराज ने रिपोर्ट दर्ज करायी कि उसकी आरटीओ ऑफिस के पास ़जमीन है। आरोपियों ने धोखाधड़ी कर कूटरचित दस्तावे़ज के आधार पर वादी की आराजी से जुड़े भाग की ़जमीन को बिना अधिकार के बेच दी। बैनामा स्टैम्प के लिए 40 लाख रुपए की माँग की। रुपए न देने पर मारने की धमकी दी। पुलिस ने आरोपी रामस्वरुप, सन्दीप, कुलदीप निवासी ग्राम मैरी, अरविन्द निवासी बरुआसागर, देवेश व सलीम निवासी मोंठ के विरुद्ध सम्बन्धित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।
भेल यूनियन का धरना समाप्त
झाँसी : बीएचईएल कॉण्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन के 3 दिवसीय धरने का समापन आज भेल के मुख्य द्वार पर यूनियन के अध्यक्ष की उपस्थिति में किया गया। जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने भेल के गेट नम्बर 8 के पास श्रम राज्यमन्त्री मनोहर लाल पन्थ को रोककर अपनी समस्या का समाधान कराने को कहा।
यूनियन के महामन्त्री ने ज्ञापन में कहा कि भेल झाँसी के 500 सोसायटि श्रमिक और 1500 संविदाकार श्रमिकों को प्रदेश सरकार के वेज रिवाइ़ज के अनुसार वेतन को लागू कराने के साथ ही 1 अगस्त 2016 से डीए का भुगतान कराया जाए। यूनियन ने श्रमिकों को 1 जनवरी 2014 से एरियर भुगतान की भी माँग की है। धरने को संयुक्त मन्त्री पीटर लार्टियस और हरीराम शर्मा ने भी सम्बोधित किया। श्रम राज्यमन्त्री ने प्रदर्शनकारियों के मामले को संज्ञान में लेते हुए समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। धरने पर आरआर गोस्वामी, सुरेन्द्र यादव, राममनोहर तिवारी, जेपी सोनी, किशनलाल, बृजेन्द्र सिंह जादौन, सोनी प्रसाद आदि बैठे।