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बाँदा के एक कॉलिज की उत्तर पुस्तिकाएं सड़क पर मिलीं

झाँसी : बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय से सम्बद्ध बबेरू के एक कॉलिज की 10 अप्रैल की शाम की पाली की अंग्रे

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Apr 2017 01:09 AM (IST)Updated: Wed, 12 Apr 2017 01:09 AM (IST)
बाँदा के एक कॉलिज की उत्तर पुस्तिकाएं सड़क पर मिलीं
बाँदा के एक कॉलिज की उत्तर पुस्तिकाएं सड़क पर मिलीं

झाँसी : बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय से सम्बद्ध बबेरू के एक कॉलिज की 10 अप्रैल की शाम की पाली की अंग्रेजी साहित्य द्वितीय प्रश्नपत्र की उत्तर पुस्तिकाओं का एक बण्डल रानीपुर के पास भँडरा में सड़क पर पड़ा मिला। राहगीरों ने इसे उठाकर ़िजला प्रशासन के साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन को सूचना दी, जिस पर शाम को इस बण्डल को विश्वविद्यालय ने अपने ़कब़्जे में ले लिया।

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रानीपुर के पास बाँदा मार्ग पर भँडरा के पास एक सील पैकिट बण्डल पड़ा हुआ था। रानीपुर के रहने वाले रमजान व अन्य लोग यहाँ निकल रहे थे, तो उस बण्डल पर नजर पड़ी। रमजान के परिवार ने इसको उठा लिया। बण्डल पर गया प्रसाद महाविद्यालय, बबेरू (बाँदा) लिखा हुआ था और उस पर 10 अप्रैल की शाम की पाली का पूरा विवरण दर्ज था। दोपहर में इसकी सूचना पत्रकारों व प्रशासन को दी गयी। बाद में विश्वविद्यालय प्रशासन को भी जानकारी मिली, तो इस बण्डल को लेने के लिए भेजा गया। बण्डल मिलने के बाद ही तय होगा कि यह उत्तर पुस्तिकाएं हैं या अन्य अभिलेख। उल्लेखनीय है कि कॉलिज से उत्तर पुस्तिकाओं को विश्वविद्यालय तक लाने के लिए कोरियर एजेंसी को ठेका दिया गया है। उत्तर पुस्तिका लाते समय कोई बण्डल रास्ते में गिर गया।

चाचा-भतीजा बनकर आए थे रक्त बेचने

झाँसी : महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलिज चिकित्सालय में चाचा-भतीजा बनकर आए रक्त बेचने के मामले में एक आरोपी पकड़ा गया, जबकि उसका साथी मौके से भाग गया।

मेडिकल कॉलिज के वॉर्ड 3 सर्जरी विभाग की आइसीयू में मरी़ज पहलवान व कृष्णा भर्ती हैं। दोनों को रक्त की आवश्यकता है। उनके तीमारदारों ने मेडिकल कॉलिज के ब्लड बैंक में सम्पर्क किया, तो कर्मचारियों ने बताया कि यहाँ पर रक्त के बदले रक्त दिए जाने का प्राविधान है। मरी़ज के तीमारदार रक्तदाता का इन्त़जाम करने में जुट गए, लेकिन कोई भी खून देने को राजी नहीं हुआ। इसी दौरान उनकी मुलाकात एक युवक से हुयी, जो रक्त देने को तैयार हो गया। जैसे ही वह अपने एक साथी के साथ ब्लड बैंक के समीप पहुँचा, वहाँ एलआइयू किसी सिलसिले में लगी हुयी थी। रक्त बेचने की भनक लगते ही एलआइयू ने एक युवक को पकड़ लिया, जबकि दूसरा भाग निकला। भागे युवक का नाम रमेश बताया जा रहा है। इस बात की जानकारी मिलते ब्लड बैंक के प्रभारी डॉ. डी. नाथ, सीएमएस डॉ. हरिश्चन्द्र आर्य आदि मौके पर पहुँच गए। पूछताछ के दौरान युवक ने अपना नाम अरविन्द शर्मा निवासी लखनऊ बताया। उसने बताया कि वह आज ही बरौनी-ग्वालियर मेल से काम की तलाश में झाँसी आया, मगर काम मिला नहीं। वह पैदल ही मेडिकल कॉलिज पहुँच गया, जहाँ पर उसकी मुलाकात मरी़ज पहलवान के तीमारदार से हुयी और वह रक्त देने को राजी हो गया। पकड़े गए आरोपी ने स्वीकर किया कि उसको रुपयों की ़जरूरत थी, इसलिए वह खून बेचने के लिए तैयार हो गया। आरोपी युवक से माफीनामा लेकर छोड़ दिया। प्रधानाचार्य डॉ. नरेन्द्र सिंह सेंगर ने बताया कि इस प्रकरण की जाँच करायी गयी, तो पता चला कि युवक के पास खाने के लिए रुपये नहीं थे। मरी़ज के तीमारदारों से भी इस सम्बन्ध में बातचीत की गयी। युवक पेशवर रक्त दाता नहीं लग रहा था।

जगद्गुरु के बुन्देलखण्ड राज्य के पक्ष में दिए बयान का स्वागत

झाँसी : बुन्देलखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महामन्त्री दिनेश भार्गव ने बुन्देलखण्ड अलग राज्य बनने को लेकर जगदगुरु रामभद्राचार्य के बयान का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि जगदगुरु के बयान से राज्य निर्माण के आन्दोलन में लगे संगठनों को संजीवनी मिली है।


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