गोद ली बेटी ने माँ को दी मुखाग्नि
समथर (झाँसी) : बेटा कुल का दीपक होता है और बेटे के बिना चिता को अग्नि कौन देगा, ये बातें अब बीते ़जम
By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Mar 2017 01:04 AM (IST)Updated: Fri, 24 Mar 2017 01:04 AM (IST)
समथर (झाँसी) : बेटा कुल का दीपक होता है और बेटे के बिना चिता को अग्नि कौन देगा, ये बातें अब बीते ़जमाने की हो गई हैं। गुरूवार को भी ऐसी ही रूढि़याँ उस समय टूटती ऩजर आई, जब बेटी ने माँ की चिता को न सि़र्फ मुखाग्नि दी; बल्कि अन्तिम संस्कार की हर वो रस्में निभाई, जिनकी अपेक्षा एक पुत्र से की जाती है। खजांची मोहल्ले की रहने वाली पूर्व प्रधानाध्यापिका कुमारी निर्मल पाल (68) काफी दिनों से बीमार थीं। गुरूवार के दिन उन्होंने अन्तिम साँस ली। पूर्व प्रधानाध्यापिका अविवाहित थीं। उन्होंने काफी पहले एक बेटी गोद ली थी। इसी बेटी ट्विंकल पाल उर्फ सौन्दर्य ने उन्हें मुखाग्नि दी। ट्विंकल शादीशुदा हैं। वह और उनके पति पूर्व प्रधानाध्यापिका के साथ ही रहते थे।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें