पहले शर्ते तय करो, फिर विवाहघर बुक करो
झाँसी : दूसरों को दु:ख पहुँचाकर खुशी मनाना कहाँ तक उचित है? शादी-विवाह के दौरान खुशी में कुछ लोग ऐसे
झाँसी : दूसरों को दु:ख पहुँचाकर खुशी मनाना कहाँ तक उचित है? शादी-विवाह के दौरान खुशी में कुछ लोग ऐसे डूब जाते हैं कि दूसरों की परेशानी उन्हें ऩजर ही नहीं आती। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना होता है। इसके जिम्मेदार बराती और घराती के साथ ही वो लोग सबसे अधिक हैं, जिन्होंने कार्यक्रमों के लिए विवाहघर, होटल आदि को आय का स्रोत तो बना लिया है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर वाहन पार्किंग जैसी मूलभूत व्यवस्थाओं को ऩजर अन्दा़ज कर दिया। अब ऐसा नहीं चलेगा। सड़क पर वाहन नहीं खड़े होने दिये जाएंगे। ऐसा पाया गया तो विवाह घर संचालक के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
विवाह घरों, होटेल्स में पार्किंग स्थल नहीं होने यहाँ आने वाले लोग अपने वाहनों को सड़क पर ही खड़ा कर देते हैं, जिसकी वजह से आवागमन बाधित होता है और घण्टों जैम लग जाता है। इससे सबसे अधिक परेशानी आम लोगों को होती है। वह समय-समय पर शिकायत करते रहते हैं, और उनकी आवा़ज को 'जागरण' लगातार उठाता चला आ रहा है। इसको लेकर पहले भी पुलिस प्रशासन, जेडीए विवाहघर संचालकों के साथ बैठक कर चुका है, आज एक बार फिर पुलिस प्रशासन ने विवाहघर के संचालकों को बुलाकर बैठक की। अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) दिनेश कुमार सिंह ने संचालकों से कहा कि सभी अपने विवाहघर व होटल्स में अग्निशमन के उपकरण एक्सटिंग्विशर सिलिण्डर रखें, 200 से 500 लिटर पानी रि़जर्व रखें। इसके साथ ही विवाहघर ऐसे स्थानों पर खोलें, जहाँ आसानी से फायर ब्रिगेड की गाड़ी आ-जा सके। वाहन पार्किंग की व्यवस्था करें, ताकि यहाँ आने वाले लोगों के वाहन सड़क पर खड़े न हों। वाहन पार्किंग स्थल के अनुसार ही कार्यक्रम बुक करें, अगर पार्किंग स्थल छोटा है, तो छोटे कार्यक्रम बुक करें। अगर वाहन पार्किंग विवाह घर में नहीं है, तो पास के किसी स्थान को पार्किंग स्थल के लिए लें। वाहनों को व्यवस्थित तरीके से खड़ा करने और उनकी सुरक्षा के लिए सिक्योरिटी गार्ड लगायें। उन्होंने सड़क पर वाहन पार्क होने वाले संचालकों के विरुद्ध मु़कदमा दर्ज करने की चेतावनी देते हुए कहा कि विवाह घर के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाएं, ताकि बाहर की गतिविधियाँ भी ़कैद हो सकें। उन्होंने कहा कि विवाह घर बुक करने से पहले शर्तो को तय कर लें, जो रा़जी हो उसी को विवाह घर दें। हर्ष फायरिंग होने पर फायरिंग करने वाले के साथ ही विवाह घर संचालक भी जिम्मेदार होगा। रात 10 बजे के बाद डीजे किसी भी हालत में बज न सके। अगर ऐसा होता पाया जाता है, तो सम्बन्धित के साथ ही विवाह घर व होटेल्स संचालक के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
बसों के सड़क पर खड़े होने के विरोध में सड़क पर उतरे व्यापारी
झाँसी : इलाइट चौराहा से जीवनशाह तिराहा के बीच दुकानों के आगे सड़क घेरकर खड़ी होने वाली बसों को लेकर आज व्यापारी सड़क पर उतर आये। पुलिस कप्तान को प्रार्थना-पत्र देकर 3 दिन पहले बस स्टाफ द्वारा की गयी मारपीट के बारे में बताया और उनके द्वारा बस को उठाने वाले जैक में उपयोग आने वाले लोहे के रॉड को भी दिखाया, जो बस स्टाफ छोड़कर भाग गया था।
जीवनशाह तिराहा स्थित नेहरू मार्केट के कई दुकानदार आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना-पत्र देने पहुँचे। व्यापारियों ने बताया कि एक होटल के मालिक की बस कम्पनि है। उसका स्टाफ शाम ढलते ही बसों को लाइन से दुकानों के आगे लगा देता है, जिससे उनकी दुकान छिप जाती हैं और रात में बस की आड़ में ताले तोड़कर चोरी की आशंका बढ़ जाती है। स्टाफ बसों के अन्दर ही शराब पीता और हंगामा काटता है। अगर कोई बस खड़ी करने का विरोध करता है, तो बस स्टाफ जैक को उठाने वाली लोहे की रॉड व डण्डे लेकर आ जाते हैं। मंगलवार की रात को फास्ट फूड की एक दुकान के संचालक ने विरोध किया, तो उक्त लोगों ने हॉकी, रॉड से हमला बोल दिया था। इससे फास्ट फूड के दो कर्मी घायल हो गये थे। पुलिस में शिकायत करने पर उलटा उनको ही बैठा लिया था। बाद में ले-देकर छोड़ा गया था। इससे दुकानदारों में भय व्याप्त है। इतना ही नहीं, सड़क घेरकर खड़ी इन बसों के कारण कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं। दुकानदारों ने बसों को यहाँ से हटाने और मारपीट करने वाले बस संचालक व स्टाफ के विरुद्ध कार्यवाही की माँग की है। इस दौरान कई दुकानदार उपस्थित रहे।