कार्यपरिषद ने हिन्दी विभाग की नियुक्तियों को दी हरी झण्डी
झाँसी : बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय कार्यपरिषद ने विश्वविद्यालय परिसर में नव स्थापित हिन्दी विभाग में
झाँसी : बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय कार्यपरिषद ने विश्वविद्यालय परिसर में नव स्थापित हिन्दी विभाग में सह आचार्य व सहायक आचार्य पद के लिए हुए साक्षात्कार की प्रक्रिया को हरी झण्डी दे दी।
कुलपति प्रो. सुरेन्द्र दुबे की अध्यक्षता में हुई कार्यपरिषद बैठक में हिन्दी विभाग की चयन समिति की नियुक्ति के लिफाफे को खोला गया। इसके तहत सह आचार्य पद पर डॉ. मुन्ना तिवारी व डॉ. पुनीत विश्वारिया तथा सहायक आचार्य पद पर डॉ. अचला पाण्डेय, डॉ. श्रीहरी त्रिपाठी, डॉ. विनम्र सेन सिंह व डॉ. नवीन चन्द्र पटेल की नियुक्ति को कार्य परिषद ने अनुमोदित कर दिया। हिन्दी विभाग में आचार्य पद पर किसी ने आवेदन नहीं किया।
देवेन्द्र बने बड़ागाँव ब्लॉक के खण्ड शिक्षा अधिकारी
झाँसी : बीएसए जय सिंह ने ़िजला समन्वयक (प्रशिक्षण) देवेन्द्र सिंह कुशवाहा को बड़ागाँव ब्लॉक का खण्ड शिक्षा अधिकारी का प्रभार दिया गया है, जबकि बड़ागाँव खण्ड शिक्षा अधिकारी नीतू सिंह को बंगरा ब्लॉक का स्थायी प्रभार दिया गया है। देवेन्द्र सिंह ने आज अपराह्न बड़ागाँव खण्ड शिक्षा अधिकारी का पदभार ग्रहण कर लिया।
सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में छात्र-छात्राओं ने दिखायी प्रतिभा
झाँसी : बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में आयोजित अन्तर संकाय सांस्कृतिक प्रतियोगिता के स्क्रीनिंग के दूसरे दिन छात्र-छात्राओं ने प्रतिभा दिखायी।
विज्ञान भवन में आयोजित एलोकेशन प्रतियोगिता में 22 प्रतिभागियों ने उच्च शिक्षा में 'नैतिक मूल्यों की आवश्यकता' पर विचार व्यक्त किए। वाद-विवाद प्रतियोगिता में 'जीवन जीने का बेहतर तरीका : आधुनिकीकरण या न्यूनीकरण' विषय पर 34 प्रतिभागियों ने पक्ष-विपक्ष में अपने मत रखे। गाँधी सभागार में आयोजित नृत्य व संगीत वर्ग के लिए तहत एकल गायन में 63 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। साथ ही ललित कला वर्ग में कोलाज में 21, क्ले मॉडलिंग में 5 तथा फोटोग्राफी की प्रतियोगिता में 9 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। ललित कला वर्ग की प्रतियोगिताओं के लिए डॉ. एसके मैथ्यू (ग्वालियर) व चित्रकार विकास वैभव (झाँसी) निर्णायक रहे।
बीएसए ने 4 विद्यालयों के सभी शिक्षकों का वेतन रोका
0 छात्र उपस्थिति काफी कम मिली, शौचालय निष्क्रिय मिलने के साथ कई अनियमितताएं मिलीं
झाँसी : बीएसए ने मध्याह्न भोजन के साथ फल वितरण नहीं करने, छात्र उपस्थिति कम होने तथा भवन की पुताई नहीं होने समेत अन्य अव्यवस्थाएं मिलने पर 4 विद्यालयों के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं के वेतन रोकने के आदेश दिए हैं।
बीएसए जयसिंह ने बीते रो़ज आधा दर्जन विद्यालयों का निरीक्षण किया, तो कई कमियाँ सामने आयीं। मध्याह्न भोजन के साथ तय दिन को विद्यालय में फल वितरित नहीं करने को गम्भीरता से लिया गया। फल वितरण की राशि उपलब्ध कराने के बाद भी शिथिलता पर उन्होंने कड़ी नारा़जगी जतायी है। बीएसए ने प्राथमिक विद्यालय परवई का निरीक्षण का निरीक्षण किया, तो कई अनियमितताएं सामने आई। सहायक अध्यापिका साधना सिंह अनुपस्थित मिलीं, लेकिन उपस्थिति पंजिका पर उनके हस्ताक्षर थे। इस पर शिक्षिका से स्पष्टीकरण लेने के आदेश दिए। विद्यालय में दो शिक्षिकाएं उपस्थित मिलीं। छात्र उपस्थिति भी काफी कम मिली, पंजीकृत 75 छात्रों के सापेक्ष महज 28 छात्र उपस्थित मिले। इस पर सभी अध्यापिकाओं के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी गई। इसके बाद वह पूर्व माध्यमिक विद्यालय परवई गए, जहाँ पंजीकृत 52 छात्रों में से 20 छात्र मिले। 3 अध्यापिकाओं में से 2 ही उपस्थित मिलीं। मध्याह्न भोजन के साथ फलों का वितरण नहीं किया गया। भोजन पंजिका में प्रविष्टि भी ठीक से अंकित नहीं मिली। पठन-पाठन भी कमजोर मिला। इस विद्यालय में भी सभी अध्यापिकाओं के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी। प्राथमिक विद्यालय दातारनगर में भी छात्र उपस्थिति कम मिली। पंजीकृत 53 छात्रों की सापेक्ष 22 छात्र उपस्थित थे। पूर्व माध्यमिक विद्यालय दातारनगर में पंजीकृत 26 छात्रों में से केवल 7 विद्यार्थी ही उपस्थित रहे। पठन-पाठन भी कमजोर मिला। इसके अलावा नगर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय सिमरधा में भी छात्र उपस्थिति काफी दयनीय मिली। 3 शिक्षिकाओं के सापेक्ष पंजीकृत 55 छात्रों में से 19 छात्र उपस्थित मिले। इसके अलावा शौचालय क्रियाशील नहीं मिलने पर सभी अध्यापकों के वेतन भुगतान पर रोक लगाने के आदेश दिए। पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिमरधा में भी पंजीकृत 43 छात्रों के सापेक्ष 13 छात्र उपस्थित मिले। विद्यालय में सहायक अध्यापक सै. म़जहर हुसैन अनुपस्थित मिले। यहाँ भी शौचालय क्रियाशील नहीं मिला। इस पर सभी शिक्षकों के वेतन रोकने के आदेश दिए।
खण्ड शिक्षा अधिकारी पर्यवेक्षण बढ़ाएं
बीएसए ने बड़ागाँव व नगर क्षेत्र में निरीक्षण के बाद खण्ड शिक्षा अधिकारियों को पर्यवेक्षण बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। बीएसए ने पाक्षिक निरीक्षण करने, छात्र उपस्थिति के साथ पठन-पाठन बढ़ाने को कहा है।