चित्रों में ़कैद धरोहर बताएगी ऐतिहासिकता
झाँसी : स्टार फोर्ट, देवगढ़ मन्दिर या रानी महल यदि आप देखना चाहते हैं, तो एक चित्रकार की ऩजर से देख
झाँसी : स्टार फोर्ट, देवगढ़ मन्दिर या रानी महल यदि आप देखना चाहते हैं, तो एक चित्रकार की ऩजर से देखिए। बुन्देलखण्ड की ऐतिहासिक धरोहर को चित्रों में सहेजने व सजीव करने वाले चित्रकार विकास वैभव सिंह की एकल चित्र प्रदर्शनी आज (21 जुलाई) कुलदीप सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कॉलिज में आयोजित हो रही है। प्रदर्शनी का उद्देश्य लोगों को ऐतिहासिक धरोहर की जानकारी देना व उनके प्रति जागरूक करना है।
बारीकी से ऐतिहासिक धरोहर को चित्रों में ़कैद करने वाले चित्रकार विकास वैभव सिंह ने झाँसी दुर्ग, रानी महल, रेलवे स्टेशन, ललितपुर के देवगढ़ मन्दिर, चाँदपुर के विष्णु मन्दिर, जालौन की लंका मीनार, दतिया की पीताम्बरा पीठ, रामराजा मन्दिर को चित्रों में सहेजा है। इन धरोहर के साथ बुन्देलखण्ड के कई ऐतिहासिक स्थल का चित्रण भी उन्होंने किया है, जो प्रदर्शनी में दिखाए जाएंगे। पुलिन्द कला दीर्घा एवं कुलदीप सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कॉलिज के संयुक्त तत्वावधान में प्रदर्शनी का उद्घाटन 21 जुलाई को प्रात: 10 बजे होगा। प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों व छात्रों को ऐतिहासिक धरोहर की जानकारी दी जाएगी व उनका महत्व भी बताया जाएगा। चित्रकार विकास वैभव सिंह का कहना है कि युवा पीढ़ी हो या छात्र, बुन्देलखण्ड की धरोहर के बारे में उनको अधिक जानकारी नहीं है। इसके बारे में बाहर पूछ लिया जाता है, तो वे बता तक नहीं पाते। प्रदर्शनी इस उद्देश्य से लगायी गयी है कि छात्रों को हमारे यहाँ की धरोहर की पूरी जानकारी हो, ताकि वे बाहर जाकर भी इनके बारे में प्रचारित कर सकें। प्रदर्शनी के बाद जागरूकता संवाद का आयोजन होगा, जिसमें धरोहर के बारे में छात्रों की जिज्ञासाओं को शान्त किया जाएगा। इसके साथ ही चित्रकला प्रतियोगिता होगी, जिसका विषय भी बुन्देलखण्ड की धरोहर होगा।
अन्य धरोहर भी आएंगी ऩजर में
विकास वैभव सिंह ने कहा कि छात्रों को चित्रकला प्रतियोगिता में यह भी विषय दिया जाएगा कि वे जिस धरोहर के बारे में जानते हैं, उसका चित्रण करें। ऐसा करने से अन्य धरोहर भी ऩजर आएंगी और उन पर भी काम किया जाएगा।
कई चित्र हैं दुर्लभ
उन्होंने बताया कि दुर्ग, रेलवे स्टेशन आदि के चित्र तो आसानी से देखने को मिल जाते हैं, पर कई चित्र ऐसे भी हैं, जो दुर्लभ हैं। उन्होंने बताया कि स्टार फोर्ट एक ऐसी ही धरोहर है, जिसके चित्र आसानी से देखने को नहीं मिलते। प्रदर्शनी में यह देखा जा सकता है।