टापू पर फँसे डेढ़ दर्जन सैलानी
ओरछा : बेतवा नदी में अचानक आए उफान के चलते घूमने आए करीब डेढ़ दर्जन सैलानी टापू पर फँस गए हैं। जामनी
ओरछा : बेतवा नदी में अचानक आए उफान के चलते घूमने आए करीब डेढ़ दर्जन सैलानी टापू पर फँस गए हैं। जामनी चढ़ी होने की वजह से निकलने का कोई रास्ता नहीं मिला। वन विभाग व ग्रामीणों की मदद से इन सैलानियों को गाँव में आसरा तो मिल गया है, लेकिन प्रशासन द्वारा निकालने के प्रयास न होने पर नारा़जगी भी है।
मध्य प्रदेश में हो रही झमाझम बारिश से जामनी नदी पहले से ही कुलाचे भर रही है। इसका पानी रिपटे के ऊपर से चलने के कारण पृथ्वीपुर का रास्ता बन्द चल रहा है, जबकि बेतवा नदी अब तक शान्त थी। बताया गया कि ओरछा घूमने गए दिल्ली, झाँसी व बरुआसागर के करीब डेढ़ दर्जन लोग रविवार की दोपहर पुल पार कर वन विभाग के अभ्यारण में पहुँच गए। इसी दौरान बेतवा नदी का पानी बढ़ने लगा और देखते-देखते रिपटे के ऊपर से पानी बहने लगा। बहाव को देखकर सैलानी पुल पार करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए और पानी उतरने का इन्त़जार करने लगे। ओरछा प्रशासन को सूचना दी गई, लेकिन पानी अधिक होने के कारण मदद नहीं पहुँचाई जा सकी। उधर, डिप्टी रेंजर ओरछा शिवनारायण रावत सैलानियों की मदद के लिए आए और ग्रामीणों के सहयोग से उनके ठहरने व खाने-पीने की व्यवस्था की गई। अनुमान था कि सोमवार की सुबह पानी उतर जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और दोपहर 3 बजे माताटीला से ढाई लाख क्यूसिक पानी छोड़ दिया गया, जिससे बेतवा का उफान इतना बढ़ गया कि पुल के ऊपर से नदी लगभग 6 फीट की ऊँचाई पर चलने लगी, जिससे ख़्ातरा और बढ़ गया। शाम तक बेतवा ने रिपटे के पास लगभग 20 मीटर की सड़क तक अपनी चपेट में ले ली और सभी घाट डूब गए। टापू पर फँसे दिल्ली के प्रशान्त से फोन पर सम्पर्क किया गया। उन्होंने बताया कि प्रशासन से मदद की गुहार लगाई गई थी, लेकिन अब तक निकालने का कोई प्रयास नहीं किया गया है। तहसीलदार गुलाब सिंह बघेल ने बताया कि पानी की अधिकता के कारण सैलानियों की मदद नहीं की जा सकी। उन्होंने पानी का वेग थमते ही सैलानियों को निकालने का भरोसा दिलाया।