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शिक्षक दिवस : महानगर में दिखे कई रंग

पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन पर 5 सितम्बर को प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला शिक्

By Edited By: Published: Sat, 05 Sep 2015 12:58 AM (IST)Updated: Sat, 05 Sep 2015 12:58 AM (IST)
शिक्षक दिवस : महानगर में दिखे कई रंग

पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन पर 5 सितम्बर को प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला शिक्षक दिवस पर इस बार भगवान कृष्ण का जन्मदिन (कृष्ण जन्माष्टमी भारी पड़ गया। 5 सितम्बर को स्कूलों में अवकाश होने से पूरे देश में शिक्षक दिवस के कार्यक्रम आज ही आयोजित कर लिए गए। प्रधानमन्त्री व राष्ट्रपति ने बच्चों से सीधे बात की। जनपद में प्रधानमन्त्री के संवाद को स्कूलों में दिखाने की व्यवस्था की गयी और इसके लिए आदेश भी जारी हुए थे, पर राष्ट्रपति की कक्षा केवल न्यू़ज चैनल्स में ही चलीं - इसके लिए स्कूल्स में कोई व्यवस्था नहीं की गयी थी। इधर, विभिन्न संस्थानों ने शिक्षकों का सम्मान किया, तो एक विद्यालय शिक्षक व प्राचार्य के विवाद पर पुलिस छावनी बन गया। विश्वविद्यालय के शिक्षक की पिटाई प्रकरण में प्रभावी कार्यवाही नहीं होने पर शिक्षकों को कलेक्टरेट में प्रदर्शन को मजबूर होना पड़ा।

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शिक्षक-प्राचार्य विवाद पुलिस ने बीआइसी घेरा

0 माध्यमिक शिक्षा राज्यमन्त्री ने भी शिक्षक के ख़्िाला़फ जाँच कराने को लिखा पत्र

झाँसी : बिपिन बिहारी इण्टर कॉलिज में आज सुबह शिक्षक दिवस पर प्रधानमन्त्री के संवाद के प्रसारण की व्यवस्था चल रही थी कि प्राचार्य व प्रवक्ता के बीच हुए विवाद की सूचना पर पुलिस ने विद्यालय को घेर लिया। हालाँकि, इस कार्यवाही के पीछे माध्यमिक शिक्षा मन्त्री द्वारा लिखे गए पत्र को भी आधार बताया जा रहा है।

बीआइसी में आज प्राचार्य दिनकर सक्सेना के कक्ष में उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर करने को लेकर प्रवक्ता डॉ. रुद्रप्रताप सिंह यादव से विवाद हो गया। प्राचार्य ने देर से आने पर रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने से मना किया, तो विवाद हो गया। इस पर प्राचार्य ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर कुछ ही देर में थाना प्रभारी नवाबाद, थाना प्रभारी सदर बा़जार के साथ तीन थाना क्षेत्रों की पुलिस ने बीआइसी को घेर लिया। पुलिस के पहुँचने के ठीक पहले प्रवक्ता विद्यालय से निकल गए। प्राचार्य ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि प्रवक्ता ने गाली-गलौच करते हुए मारने की धमकी दी तथा उपस्थिति रजिस्टर फाड़ने की कोशिश कर सरकारी कार्य में बाधा डाली। इस पर नवाबाद पुलिस ने 353,504 व 506 के तहत मामला दर्ज कर लिया। इधर, इस पूरे मामले में पुलिस की सक्रियता के पीछे माध्यमिक शिक्षा राज्यमन्त्री विजय बहादुर पाल के आए एक पत्र भी बताया जा रहा है। इस पत्र में उक्त प्रवक्ता पर मुख्यमन्त्री का नाम लेकर उनकी छवि प्रभावित करने तथा प्लॉट पर ़कब़्जा करने, खनन करने तथा स्कूल में अव्यवस्था फैलाने का आरोप लगाते हुए कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे। विभागीय सूत्र बताते हैं कि पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारियों से इस पर कार्यवाही करने के लिए कहा गया था और इसी की परिणति इस प्रकार सामने आयी। पत्र में डीआइओएस की अध्यक्षता जाँच कमिटि गठित करने को भी कहा गया है।

इधर, माध्यमिक शिक्षक संघ के ़िजलाध्यक्ष विनोद शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्राचार्य व प्रवक्ता के विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण बताकर शिक्षक दिवस के कार्यक्रम के बीच पुलिस बुलाकर शिक्षक को अपमानित करने पर प्रधानाचार्य के कार्य की निन्दा की गयी और शिकायत वापस नहीं लेने पर आन्दोलन की चेतावनी दी गयी। इस दौरान मण्डलीय मन्त्री लखन लाल यादव, चन्द्रभान सिंह यादव, सुबोध शिवहरे, शिशुपाल सिंह यादव, राजेन्द्र पटसारिया आदि उपस्थित रहे।

विश्वविद्यालय के शिक्षकों का कलेक्टरेट में प्रदर्शन

0 शिक्षक पर हमले के ख़्िाला़फ प्रभावी कार्यवाही नहीं होने पर दिया ज्ञापन

झाँसी : बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के आह्वान पर आज विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने कलेक्टरेट पहुँचकर प्रदर्शन किया और ़िजलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमन्त्री को ज्ञापन भेजा। इसमें विश्वविद्यालय के असोसियेट प्रोफेसर डॉ. सीबी सिंह पर हुए प्राणघातक हमले में शामिल अराजकतत्वों के ख़्िाला़फ प्रभावी कार्यवाही नहीं होने की शिकायत की गई। ज्ञापन में 4 अगस्त को विश्वविद्यालय के ठीक सामने हुए हमले की जानकारी देकर पूरे घटनाक्रम के मुख्य सूत्रधार की गिरफ्तारी नहीं होने की शिकायत की। शिक्षकों ने काला फीता बाँधकर प्रदर्शन कर आक्रोश व्यक्त किया। शिक्षक तीन दिनों से काला फीता बाँधकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी को लेकर कार्य परिषद में भी निन्दा प्रस्ताव पारित किया गया था।

राजकीय शिक्षकों ने जेडी को दिया ज्ञापन

राजकीय शिक्षक संघ की मण्डलीय इकाई के नेतृत्व में आज शिक्षकों के संवर्ग विभाजन के विरोध में संयुक्त शिक्षा निदेशक के नाम ज्ञापन दिया गया। इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने शासन की नीति की आलोचना की। इस दौरान आलोक शाण्डिल्य, अजय सिंह, रजनीश कुमार सिंह, राधेश्याम यादव, राहुल मिश्रा, विजय लक्ष्मी शर्मा आदि उपस्थित रहे। शाम को शिक्षकों ने मशाल जुलूस निकाला।

फोटो : 4 बीकेएस 8, 4 एसएचवाई 2

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पीएम को सुना, राष्ट्रपति को नहीं सुन पाए

झाँसी : शिक्षक दिवस पर आज प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने देश भर के बच्चों के साथ सीधा संवाद किया। महानगर के बेसिक व माध्यमिक स्कूलों में प्रधानमन्त्री को सुनने की व्यवस्था की गयी थी। इण्टर कॉलिज में टीवी लगाकर बच्चों को बातचीत का सीधा प्रसारण दिखाया गया, बेसिक स्कूल में रेडियो से प्रसारण सुनाया गया। कुछ बेसिक स्कूलों में टीवी का प्रसारण भी दिखाया गया। प्रधानमन्त्री ने बच्चों को मार्गदर्शन देने के साथ उनकी उपलब्धियों की प्रशंसा कर उनके सवालों को उत्तर दिए। इस दौरान बच्चों की उपलब्धियाँ भी दर्शायी गयीं।

इधर, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने एक विद्यालय में बच्चों की क्लास ली। इसमें भारतीय संविधान, लोकतन्त्र व प्रमुख राजनीतिक घटनाओं की चर्चा की। हालाँकि, राष्ट्रपति की क्लास को स्कूल में दिखाने की कोई व्यवस्था नहीं की गयी। इसके लिए शासन व स्कूली शिक्षा विभाग स्तर पर कोई निर्देश नहीं दिए गए। सर्व शिक्षा अभियान के निदेशालय ने केवल प्रधानमन्त्री को सुनने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।


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