वजन दिवस का प्रचार-प्रसार करने के निर्देश
झाँसी : प्रदेश के प्रमुख सचिव (महिला व बाल विकास) कुमार कमलेश ने आज अधिकारियों से बात करते हुए कहा क
झाँसी : प्रदेश के प्रमुख सचिव (महिला व बाल विकास) कुमार कमलेश ने आज अधिकारियों से बात करते हुए कहा कि कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों को चिह्नित करने के लिए 7 व 10 सितम्बर को सम्पूर्ण प्रदेश में वजन दिवस का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने अभियान को सफल बनाने के लिए अभी से तैयारी कर लेने को कहा। उन्होंने मण्डलायुक्त से अपने मण्डल पर ऩजर रखने को कहा। महानिदेशक महिला व बाल विकास कामरान रिजवी ने कहा कि रैपिड सर्वे ऑन चिल्ड्रन-2013 में प्रदेश में 23 लाख बच्चे कुपोषित हैं, जिससे प्रत्येक विकास खण्ड में 2 ह़जार व प्रत्येक आंगनबाड़ी में 12 से 15 तक कुपोषित बच्चे होंगे। उन्होंने कहा कि वजन दिवस में इन सबका चिह्नांकन किया जाए। जि़लाधिकारी अनुराग यादव ने बताया कि जनपद के 8 ब्लॉक को दो भागों में विभाजित किया गया है। इसके लिए सभी विकास खण्ड में कण्ट्रोल रूम बनाए गए हैं। इस मौके पर मण्डलायुक्त के. राम मोहन राव, सीडीओ संजय कुमार, एडी स्वास्थ्य डॉ. सविता दुबे, जि़ला कार्यक्रम अधिकारी करुणा जायसवाल, मण्डलीय तकनीकि समन्वयक आर. सुनील नायर, डीडी समाज कल्याण संदीप सिंह डीआइओ दीपक सक्सेना आदि उपस्थित रहे।
प्रधानमन्त्री कौशल विकास योजना का शुभारम्भ
झाँसी : ग्रास अकेडमी खजुराहो इंस्टिट्यूट ऑफ होटल मैनिजमेण्ट एण्ड टूरि़ज्म की झाँसी शाखा में प्रधानमन्त्री कौशल विकास योजना का शुभारम्भ विधायक रवि शर्मा ने किया। विधायक ने छात्रों को कौशल विकास योजना के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि इससे देश में स्किल्ड युवाओं की संख्या बढ़ेगी। विशिष्ट अतिथि अरुण सिंह ने कहा कि होटल व पर्यटन के क्षेत्र में रो़जगार की सम्भावनाएं बढ़ेगी। संस्थान के प्रबन्ध निदेशक अनुभव द्विवेदी ने पर्यटन व आतिथ्य सत्कार से सम्बन्धित प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे रो़जगार के अवसर बढ़ेंगे। इस दौरान सूर्या प्रताप, जगत नारायण द्विवेदी, हर्षिता द्विवेदी आदि उपस्थित रहे।
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झाँसी : भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद भारतीय चरागाह व चारा अनुसन्धान संस्थान में उन्नतशील चारा उत्पादन तकनीकि व पशुधन प्रबन्धन पर दो दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न हुई। इसका शुभारम्भ सहायक महानिदेशक (खाद्य व चारा फसलें) डॉ. आइएस सोलंकी ने किया। उन्होंने चारा फसलों में उन्नति की आवश्यकता बताते हुए किसानों की रुचि चारा ़फसलों में विकसित करने की बात कही। इस दौरान संयुक्त निदेशक कृषि बांदा डॉ. पंकज त्रिपाठी, उन्नत भारत अभियान दिल्ली श्याम बिहारी गुप्ता विशेष तौर पर उपस्थित रहे। अध्यक्षता डॉ. पीके घोष ने की। दो दिवसीय प्रशिक्षण के समापन पर आयुक्त चित्रकूट मण्डल कल्पना अवस्थी ने कृषि भूमि के विकास के लिए क्षेत्र की जानकारी, विशेषज्ञों से सम्पर्क कर कार्य करने को कहा। इस दौरान उप निदेशक डॉ. राजेश द्विवेदी ने भी विचार व्यक्त किए। डॉ. खेमचन्द्र ने संचालन किया।
श्रमिकों के पुत्र-पुत्रियों के लिए पुरस्कार राशि योजना
0 श्रम विभाग ने कई अन्य योजनाओं की दी जानकारी
झाँसी : उप श्रम आयुक्त विनोद शंकर मिश्र ने बताया कि उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण परिषद द्वारा संचालित प्रदेश के औद्योगिक प्रतिष्ठानों में कार्यरत श्रमिकों के मेधावी पुत्र व पुत्रियों को पुरस्कार राशि योजना, श्रमिकों के पुत्र व पुत्रियों के प्राविधिक शिक्षा में प्रवेश पाने पर आर्थिक सहायता वितरण योजना, श्रमिकों की कन्याओं के विवाहोत्सव पर कन्यादान के रूप में आर्थिक सहायता वितरण योजना, मृतक श्रमिकों की विधवा व आश्रितों को आर्थिक सहायता वितरण योजना व मृतक श्रमिकों की विधवाओं व आश्रितों को अन्त्येष्टि के लिए आर्थिक सहायता योजना संचालित की जा रही हैं।
उप श्रम आयुक्त ने बताया कि कारखाना अधिनियम 1948 के तहत कारखाना के श्रमिकों की विधवा व आश्रितों को आर्थिक सहायता वितरण योजना व अन्त्येष्टि के लिए आर्थिक सहायता योजना में पंजीकृत कारखाने में कार्यरत श्रमिक के किसी कारण मृत्यु हो जाने की दशा में उसकी विधवा या आश्रित को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना में मृत्यु के समय मासिक मजदूरी 15 ह़जार रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए तथा कम से कम नियमित 6 माह सेवा की हो। मृतक आश्रित परिवार में ज्येष्ठ पुत्र, अविवाहित पुत्री, माता-पिता भी शामिल होंगे।
इधर, उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण निधि से श्रमिकों के मेधावी पुत्र-पुत्रियों को पुरस्कार राशि वितरण योजना के तहत कारखाना अधिनियम 1948 व दुकान व वाणिज्य प्रतिष्ठान 1962 के तहत पंजीकृत अधिष्ठान व औद्योगिक कारखानों में कार्यरत श्रमिकों के मेधावी पुत्र व पुत्रियों को वर्ष 2015 में हाइस्कूल व इण्टरमीडिएट, स्नातक, परास्नातक की परीक्षा में 60 प्रतिशत या उससे अधिक अंकों से उत्तीर्ण होने पर उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण परिषद द्वारा पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। इसके तहत पात्रता रखने वाले श्रमिकों, जिनकी आय 15 ह़जार रुपए से अधिक न हो और 6 माह लगातार नियमित सेवा की हो, उन्हें 60 फीसदी या इससे अधिक अंक लाने पर 3 ह़जार, 75 फीसदी या उससे अधिक अंक लाने पर 5 ह़जार राशि मिलेगी। इसी प्रकार प्राविधिक शिक्षा नियमित रूप से प्रवेश पाने पर डिग्री पाठ्यक्रम में 10 ह़जार, डिप्लोमा पाठ्यक्रम में 8 ह़जार व सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम में 5 ह़जार रुपए आर्थिक सहायता प्राप्त होगी। इसके अलावा श्रमिकों की पुत्रियों के विवाहोत्सव पर कन्यादान के रूप में 15 ह़जार रुपए आर्थिक सहायता के रूप में प्राप्त होंगे। इसके लिए पात्रता व अन्य शर्ते उक्त अनुसार ही रहेंगी।