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15 माता-पिता को है अपने बच्चों का इन्त़जार

झाँसी : बच्चे के गायब होने पर पुलिस अभी तक उनकी गुमशुदगी दर्ज करने के बाद इतिश्री कर लेती थी, लेकिन

By Edited By: Published: Sat, 29 Aug 2015 12:27 AM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2015 12:27 AM (IST)
15 माता-पिता को है अपने बच्चों का इन्त़जार

झाँसी : बच्चे के गायब होने पर पुलिस अभी तक उनकी गुमशुदगी दर्ज करने के बाद इतिश्री कर लेती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। ़कानून में किए गए संशोधन के बाद बकायदा मुकदमा दर्ज होने के साथ ही उसकी विवेचना होगी।

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जनपद से वर्तमान में गायब बच्चों के आँकड़ों पर ऩजर डाले तो 15 बच्चों के माता-पिता आज भी उनके इन्त़जार में हैं, जिसमें 12 बालक व 3 बालिकाएं हैं। इसमें सबसे पुराना मामला थाना समथर के टूटागढ़ निवासी 13 वर्षीय प्रहलाद पाल का है, जो 8 फरवरी 2011 को गायब हुआ था। इसी क्रम में चिरगाँव के ग्राम मातनपुरा निवासी 12 वर्षीय चमन खन्ताल 11 अगस्त 2011 से, गुरसराँय के मडोरी निवासी 17 वर्षीय प्रभा देवी 28 जुलाई 2012 से, रक्सा निवासी 8 वर्षीय ऋषभ 20 नवम्बर 2014 से, आ़जाद नगर भट्टा गाँव से 14 वर्षीय मंजेश कुमार 23 मार्च 2014 से, नवाबाद के शिवाजी नगर निवासी 16 वर्षीय काजल 2 अक्टूबर 2014 से, गरौठा के बंगरा निवासी 15 वर्षीय मुलायम सिंह 17 अक्टूबर 2014 से, शहजहाँपुर के ग्राम पुल गहना निवासी 16 वर्षीय हिमांगी उर्फ रामराजा 3 मार्च 3015 से, मोंठ के मदारगंज निवासी 17 वर्षीय शाहरुख खान उर्फ इमरान 13 मार्च 2015 से, गरौठा के ग्राम वीरपुरा निवासी 7 वर्षीय प्रदीप कुमार 6 मई 2015 से, सीपरी बा़जार के प्रेमगंज निवासी 9 वर्षीय परमजोत सिंह उर्फ कुक्की 13 मई 2015 से, कोतवाली के बड़ाबा़जार, ह़जरयाना निवासी 16 वर्षीय आकाश उर्फ मोहित तिवारी 9 जून 2015 से गायब हैं। बच्चा सेल प्रभारी के अनुसार थाना ककरबई निवासी 17 वर्षीय दीपा कुछ दिन पहले ही वापस आ गयी है।

किसी भी थाने में दें सूचना

उन्होंने बताया कि गायब बच्चा मिलने पर इसकी सूचना पास के किसी भी थाने पर दी जा सकती है। थाने वाले उसकी सूचना बाल कल्याण अधिकारी को देते हैं और वह चाइल्ड वेलफेयर कमिटि को सूचना देते हैं। यहाँ से माता-पिता आने पर बच्चे को उनके हवाले कर दिया जाता है।

स्मार्ट सिटि से व्यवस्थित होगा महानगर

- 15 सितम्बर के बाद प्लैन बनाएगी एजेन्सी

- लोगों की सहमति से बनेगी कई योजनाएं

झाँसी : स्मार्ट सिटि की घोषणा होते ही इसकी हलचल महानगर में तेज हो गयी है। इस योजना के तहत शहर को सुन्दर और व्यवस्थित करने के लिए कई योजनाएं लागू होंगी। अगले माह शासन स्तर से एक एजेन्सी आएगी और पूरे शहर का खाका तैयार करेगी।

महानगर को स्मार्ट सिटि का तोहफा मिलने से लोगों में इस बात को जानने की उत्सुकता बढ़ गयी है कि महानगर में कौन से विकास कार्य होंगे? नगर आयुक्त अरुण प्रकाश ने बताया कि स्मार्ट सिटि योजना के तहत नगर सुधार, नगर नवीनीकरण, नगर विस्तार के साथ ही विकास की अन्य योजनाओं को लागू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शहर में कौन-सी योजना लागू हो सकती और किस चीज की अधिक आवश्यकता है, यह शासन स्तर से आयी एजेन्सी देखेगी। शासन 15 सितम्बर को एजेन्सी नियुक्त कर देगी। इसके दो-चार दिन बाद वह यहाँ आकर काम शुरू कर देगी। उन्होंने बताया कि नगर सुधार के तहत ऐसी जगह देखी जाएगी, जहाँ के लोग इस बात पर सहमत होंगे कि उनके मकान को तोड़कर अगर वहाँ पर बिल्डिंग या कॉलनि बना दी जाए, तो एजेन्सी उक्त क्षेत्र के हिसाब से प्लैन करेगी। निर्माण के दौरान वहाँ के लोग कहाँ रहेंगे, इसकी व्यवस्था आदि की भी योजना तैयार की जाएगी। नगर नवीनीकरण के तहत उन क्षेत्रों को देखा जाएगा, जो विकसित होंगे, लेकिन वहाँ पर अगर कोई कमी है, तो उसको पूरा किया जाएगा। नगर विस्तार के तहत 500 एकड़ भूमि को डिवेलप करके उसको हरित किया जाएगा, ताकि लोगों शुद्ध हवा और पर्यावरण मिले। पैन सिटि योजना के तहत महानगर की आवश्यकता के अनुसार योजना बनायी जाएगी और उसका निर्माण कराया जाएगा। स्मार्ट सिटि के तहत शिक्षा, यातायात, बिजली, पानी, वाईफाई, स्वास्थ्य आदि सुविधाएं मुहैया करायी जाएंगी। यह सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए भी एजेन्सी महानगर का भ्रमण करके प्लैन तैयार करेगी।


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