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एरच बाँध : सबसे कम लेनी है कृषक ़जमीन

झाँसी : पथरई व लखेरी बाँध में पुनर्वास को लेकर आ रही दिक्कतों को देखते हुए एरच बाँध में कृषक ़जमीन

By Edited By: Published: Mon, 25 May 2015 01:19 AM (IST)Updated: Mon, 25 May 2015 01:19 AM (IST)
एरच बाँध : सबसे कम लेनी है कृषक ़जमीन

झाँसी : पथरई व लखेरी बाँध में पुनर्वास को लेकर आ रही दिक्कतों को देखते हुए एरच बाँध में कृषक ़जमीन लेने को लेकर अभी से सहमति बनायी जा रही है। हालाँकि, इस बाँध में सबसे कम कृषक ़जमीन ली जानी है।

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जनपद के जुझारपुर एरच बाँध के मुख्यमन्त्री द्वारा शिलान्यास होने के बाद अब ़जमीन लेने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। इस बाँध के डूब क्षेत्र में 1286.49 हेक्टेयर ़जमीन आ रही है, जिसमें 55 हेक्टेयर कृषक भूमि, 39.24 हेक्टेयर वन भूमि व 1192 हेक्टेयर नदी भराव की भूमि शामिल है। इस डूब क्षेत्र में सिंचाई विभाग कृषक भूमि को ख़्ारीदने के लिए सहमति बनाने की प्रक्रिया शुरू कर चुका है। इस डूब क्षेत्र में केवल खेती की ़जमीन ही आ रही है, जिसमें सबसे अधिक क्षेत्र जुझारपुरा गाँव का ही है। इस भूमि को ख़्ारीदने के लिए फिलहाल सिंचाई विभाग ने लगभग 50 लाख रुपए की व्यवस्था की है। एरच बाँध क्षेत्र में विभाग को सबसे अधिक सुविधा 1192 हेक्टेयर नदी भराव क्षेत्र की मिल रही है, जिस पर उसका सीधा अधिकार है। दूसरे, 39.24 हेक्टेयर भूमि वन भूमि है, जिसके लिए सिंचाई विभाग को इस ़जमीन के बदले दूसरी भूमि देनी है। सिंचाई विभाग को नदी भराव व वन भूमि मिलने के बाद भी विभाग कृषि भूमि को लेकर पुनर्वास को लेकर सभी प्रक्रिया ठीक ढंग से पूरा कर लेना चाहता है। लखेरी व पथरई बाँध में पुनर्वास को लेकर ठीक ढंग से पहल नहीं होने से अभी तक किसानों व विभाग दोनों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

खूब तपेंगे नौतपा

0 पहले ही दिन कड़ी धूप के साथ चलेंगी तेज हवाएं

0 गुरुवार को सबसे अधिक गर्म रहने की सम्भावना

झाँसी : कड़ी धूप व चढ़ते पारे के साथ ही नौतपा 25 मई से शुरू हो रहे हैं। नौतपा के पहले दिन कड़ी धूप के साथ तेज हवा चलने की सम्भावना है। पूरे नौ दिन अधिकतम तापमान 45 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा, पर बीच-बीच में बादल आने से कुछ राहत मिल सकती है। न्यूनतम तापमान भी परेशान करने वाला रहेगा, जो 34 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है।

इस बार सोमवार से शुरू हो रहे नौतपा जमकर तपने की सम्भावना है। अभी तक नौतपा के बीच पानी बरसने की सम्भावना नहीं है। 25 मई से 2 जून तक पारा अधिकतम 45 से 46 के बीच रहेगा, जबकि न्यूनतम तापमान भी 34 से 35 डिग्री सेल्यिस के बीच रहेगा। यह मान्यता रही है कि नौतपा खूब तपने से पानी बरसने की सम्भावना अधिक रहती है। बुन्देलखण्ड में कहा भी गया है कि 'जै दिन जेठ बहे पुरवाई, तै दिन सावन धूरि उड़ाई।' इस तरह नौतपा में पानी बरसने से सावन की झड़ी देर से आने की सम्भावना रहती है। पर, मौसम विभाग अभी से कम बरसात की भविष्यवाणी कर रहा है।

नौतपा के पहले दिन सोमवार को तापमान अधिकतम 45 डिग्री सेल्सियस रहेगा, जबकि न्यूनतम 35 डिग्री सेल्सियस रहने की सम्भावना है। इस दिन तेज हवाएं चलने की भी सम्भावना है। दूसरे नौतपा मंगलवार को भी यही स्थिति रहेगी, पर अधिकतम तापमान एक डिग्री बढ़कर 46 तथा न्यूनतम 34 डिग्री सेल्सियस रहेगा। नौतपा का सबसे गर्म दिन गुरुवार को हो सकता है। इस दिन पारा सबसे अधिक 47 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है और न्यूनतम भी 35 डिग्री सेल्सियस रहेगा। अगले दिन शुक्रवार को बादल व तेज हवाएं चल सकती हैं और तापमान अधिकतम 46 और न्यूनतम 36 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। अगले चार दिन भी नौतपा इसी प्रकार तपने की उम्मीद है।

पिछले साल छह दिन की ढंग से तपे थे

नौतपा जमकर तपने से लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ता है, लेकिन फिर भी इन दिनों में लोग पानी बरसने को अच्छा नहीं मानते। नौतपा ठीक से तपने से सावन की झड़ी अच्छी लगती है। वर्ष 2014 में सातवें दिन 31 मई की शाम को बौछार से लोगों को राहत तो मिली थी, लेकिन नौतपा खण्डित होने का डर किसानों के मन में था। इससे सावन में अच्छी बरसात तो नहीं हुई। हालाँकि, बेमौसम बरसात ने किसानों को पूरी तरह बर्बाद कर दिया।


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