इनामी लेखराज साथी समेत गिरफ्तार
0 बन्धक बनाने और बन्दूक लूटने के मामले में पुलिस ने पकड़ा झाँसी : फरार चल रहे इनामी लेखराज सिंह या
0 बन्धक बनाने और बन्दूक लूटने के मामले में पुलिस ने पकड़ा
झाँसी : फरार चल रहे इनामी लेखराज सिंह यादव पर पुलिस की दबिश आखिरकार काम कर गयी। मऊरानीपुर में आज उसको एक साथी के साथ झाँसी रोड स्थित बरियाबेर तिराहा के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। न्यायालय में पेश किया, जहाँ से दोनों को जेल भेज दिया गया।
मऊरानीपुर के साई पैलेस होटल के सामने 6 फरवरी को उस समय बवाल हो गया था, जब एक समारोह में रानीपुर निवासी मुकेश कुमार यादव अपने भाई दिनेश व अन्य के साथ चार पहिया वाहन से भाग लेने गए थे। वहाँ पहले से मौजूद लेखराज सिंह, उसका पुत्र जय हिन्द यादव, भतीजा महेन्द्र यादव व अन्य 8 साथियों ने मुकेश और दिनेश पर हमला बोल दिया था। जमकर मारपीट के साथ ही तोड़फोड़ की थी और बन्दूकें छीनकर दिनेश यादव को गाड़ी में बन्धक बनाकर ले गए थे। 15 फरवरी को दिनेश मऊरानीपुर के वेयर हाउस के पास मिला था। मुकेश यादव की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध धारा 147, 148, 323, 427, 342, 392 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया था। पुलिस ने तभी से आरोपियों की तलाश कर रही थी, लेकिन वे पकड़ में नहीं आ रहे थे। पिछले दिनों पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने मुख्य आरोपी लेखराज सिंह को गिरफ्तार करने के लिए उसके घर पर दो बार दबिश दी थी। इसके साथ ही ग्राम खैरी में उसके पुत्र की ससुराल व हरकनपुर में उसकी ससुराल में दबिश दी थी। आज मऊरानीपुर कोतवाल विक्रम सिंह को सूचना मिली कि लेखराज सिंह साथी सनू कुशवाहा के साथ बरियाबेर तिराहा के पास कहीं जाने के लिए खड़ा है। पुलिस ने घेराबन्दी कर आज सुबह लेखराज व उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस दोनों आरोपियों को पकड़कर सीधे झाँसी ले आयी और न्यायालय में पेश किया, जहाँ से दोनों को जेल भेज दिया गया।
मप्र पुलिस ने लेखराज पर घोषित कर रखा है इनाम
मध्य प्रदेश में आपराधिक गतिविधियां करने और अपराध करने के बाद फरार हो जाने पर वहाँ की पुलिस ने लेखराज पर 5 ह़जार रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। बताते हैं कि लेखराज ने अपनी गैंग के साथ कई वारदातों को अंजाम दिया। फरार चलने पर टीकमगढ़ एसपी ने इनाम घोषित कर दिया था।
हत्या, लूट, डकैती समेत 48 मु़कदमे
लेखराज सिंह का लम्बा-चौड़ा आपराधिक रिकॉर्ड है, जिसमें उसकी माफिया गैंग रजिस्टर्ड है, जिसका लीडर वह है और उसके साथी में पुत्र जयहिन्द यादव, रामस्वरूप, महेन्द्र समेत 9 सदस्य हैं। पुलिस ने बताया कि लेखराज पर हत्या, लूट, डकैती समेत 48 मु़कदमे दर्ज हैं, तो उसके पुत्र जयहिन्द पर 21 मु़कदमे व साथी रामस्वरूप के विरुद्ध 22 व महेन्द्र सिंह पर 7 मु़कदमे दर्ज हैं।
नहीं पकड़ता, तो घोषित हो जाता इनाम
लेखराज पर जनपद से भी इनाम घोषित करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी थी। पुलिस महानिदेशक ने फरार की रिपोर्ट मिलने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र जारी किया था कि क्यों न फरार आरोपी के विरुद्ध इनाम घोषित कर दिया जाए। इनाम घोषित करने को लेकर मऊरानीपुर पुलिस से रिपोर्ट माँगी गयी थी, लेकिन इसी बीच पुलिस ने आज उसको गिरफ्तार कर लिया। लेखराज के विरुद्ध न्यायालय से भी कुर्की के आदेश थे।
सुरक्षा घेरे की जमा हो गयी थी बन्दूकें
लेखराज व उसके पुत्र पर कई मु़कदमे दर्ज होने से उसके पास कोई लाइसेन्सी शस्त्र नहीं है। इसके बाद भी वह संगीनों के घेरे में रहता था। पुलिस ने बताया कि उसके अधिकतर बन्दूकधारी मध्य प्रदेश के थे, जहाँ पर पंचायत चुनाव होने के कारण उनके शस्त्र जमा करा लिये गए थे।