चौकन्नी ऩजर से पकड़े गए चोर
झाँसी : सजगता की वजह से शहर में एक बड़ी चोरी तो बच गई, लेकिन पुलिस ने चोरों का पीछा नहीं छोड़ा और कामयाबी हासिल कर ली। घटना खुली, तो कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए।
घटना का खुलासा करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शिव सागर सिंह ने बताया कि झोकनबाग स्थित एक बैटरी की दुकान के 22/23 जुलाई की रात को ट्रक सवार चोरों ने तोड़कर चोरी का प्रयास किया था। पड़ोसी दुकानदार को ताले तोड़ने की आवा़ज सुनाई दी, तो उसने दुकान संचालक व पुलिस को फोन कर सूचना दी। संचालक परिवार के कई लोगों के साथ दुकान पर पहुँचा, तो चोर ट्रक में बैठकर भाग गए। उन्होंने ट्रक का नम्बर (केए 56 एम 3765) देख लिया था। एसएसपी ने इस मामले के खुलासे के लिए स्वॉट टीम को लगाया। टीम को जानकारी लगी कि 21 जुलाई की रात 10 पहिया ट्रक झोकनबाग स्थित प्रसन्न एजेन्सी़ज में प्लाई लेकर आया था। 22 जुलाई को उसने प्लाई उतारी। पुलिस को ट्रक का वास्तविक नम्बर एचआर 38 एम 3765 मिल गया। साक्ष्य हाथ लगते ही पुलिस ने ट्रक की तलाश की, तो वह मेडिकल कॉलेज के पास खड़ा मिल गया। इसमें चार लोग सवार थे। पुलिस ने चारों को पकड़कर पूछताछ की तो उन्होंने अपने नाम मैसर अली निवासी शैकीपुर थाना बहेड़ी (बरेली), भूपराम निवासी अकबराबाद थाना बहेड़ी, जाहिद उर्फ छोटू निवासी सितारगंज, रुद्रपुर (बरेली), युसूफ अली निवासी शैकीपुर थाना बहेड़ी (बरेली) बताया। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने दिन में बैटरी की दुकान की रेकी की थी। रात में ताले तोड़कर चोरी करने जा रहे थे, तभी लोगों के आने से भाग खड़े हुए। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने ट्रक की केबिन में रखा लोहे का रोड, बदले गए नम्बर प्लेट आदि बरामद कर लिये। एसएसपी ने बताया कि टीम में स्वॉट टीम प्रभारी स्वतन्त्र सिंह, एसएसआइ नवाबाद बलजीत सिंह, एसआइ शैलेन्द्र सिंह, संजीव यादव, हैड कौंस्टबल बब्बू सिंह, हरिप्रकाश सिपाही सन्नी यादव, वीर सिंह, शत्रुन्जय सिंह शामिल रहे। उन्होंने टीम को 5 ह़जार रुपए पुरस्कार देने की घोषणा की।
मोबाइल फोन ने दी दिशा
चोरी की घटना के दौरान दुकान संचालक अपने परिजनों के साथ पहुँचा, तो आरोपी ट्रक में सवार होकर भागने लगे। इस दौरान एक का मोबाइल फोन गिर गया था, जो पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया था। मोबाइल के डायल नम्बरों से पुलिस ने सम्पर्क किया, तो आखिरी कॉल प्रसन्ना एजेन्सी़ज के संचालक की थी। इससे ट्रक का सही नम्बर मिल गया। ट्रक पकड़े गए आरोपी युसूफ के पिता यामीन शाह के नाम से पंजीकृत है। इसी के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई को आगे बढ़ाया और चोर गिरोह को दबोच लिया।