बस स्टैण्ड : अवैध ़कब्जे ढहाए, अस्थायी भागे
झाँसी : बस स्टैण्ड पर अतिक्रमण की वजह से जहाँ पाँव रखना मुश्किल होता था, आज वहाँ पर जेसीबी का पंजा चला, तो सड़कें चौड़ी और जगह ही जगह ऩजर आने लगी। विरोध के बीच कार्रवाई चलती रही और लगभग 3 घण्टे की मशक्कत के बाद स्टैण्ड अतिक्रमणमुक्त हो सका।
शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के क्रम में सीओ सिटि ने बस यूनियन के पदाधिकारियों से बात की थी। उन्होंने बस स्टैण्ड की अव्यवस्थाओं की शिकायतों का ढेर लगा दिया था। इस पर सीओ सिटि नगर आयुक्त के साथ बस स्टैण्ड पहुँचे, तो वहाँ की अव्यवस्थाओं को देखकर दंग रह गए थे। पहले दुकानदारों को चेताया कि वह अवैध ़कब़्जों को हटा लें। साथ ही 17 जुलाई तक अतिक्रमण हटाए जाने की चेतावनी दी थी। आज नगर निगम का अमला सम्पत्ति अधिकारी डॉ. पुष्पराज गौतम के साथ बस स्टैण्ड पहुँचा। पुलिस को साथ लेकर एक सिरे से अवैध ़कब़्जों को गिराने का काम शुरू किया, तो जेसीबी का पंजे आखिर छोर में जाकर ही थमा। इस दौरान ठेले व खोखे में दुकान सजाए कई दुकानदार भाग खड़े हुए, तो पानी की टंकी लगाने वालों ने अपनी मशीन को बसों की आड़ में छिपा दिया। इस दौरान पाया गया कि दुकानदारों में आगे बढ़ने की होड़ ने विकराल रूप धारण कर लिया है। उन्होंने दुकानों के आगे दीवारें बनाकर फुटपाथ पर ़कब़्जा कर लिया था। यहाँ से निकली नालियों का पहले तो कुछ पता ही नहीं चलता था। अतिक्रमण हटाने के बाद वह बजबजाती ऩजर आयीं, जिनकी वर्षो से स़फाई नहीं हो सकी थी। अमले ने लगभग 40 टट्र की दुकानों को ढहाया, तो 10 गुमटी, 15 टीन शेड तोड़ने के साथ ही नगर निगम की दुकानों के आगे बनी दीवारों को गिरा दिया। यात्री प्रतीक्षालय व सड़क किनारे ठेले पर दुकान सजाए लोग भी अमले को देखकर भाग गए।
सरकारी ़जमीन पर बनी एक लॉज की सीढ़ी को छोड़ा
बस स्टैण्ड के आखिरी छोर पर कई लॉज बने हुए हैं। एक लॉज के संचालक ने ऊपर जाने के लिए रास्ता बस स्टैण्ड की तरफ से बना रखा है। उसकी सीढ़ी सरकारी ़जमीन पर बनी है। वहाँ से निकली नाली को भी मोड़ कर चबूतरा बना लिया है। चबूतरे के नीचे शौचालय का टैंक होना बताया गया। इसकी शिकायत कुछ लोगों ने सम्पत्ति अधिकारी से की, जिसे अनसुना कर दिया गया। सूत्रों का कहना है कि अमले में शामिल एक कर्मचारी के रिश्तेदार का लॉज होने के कारण अमले ने न तो सरकारी ़जमीन पर बने चबूतरे, उस पर बनी सीढि़यों को तोड़ा और न ही नाली को सीधा कराने की कार्रवाई की।
पुन: ़कब़्जा होने पर चौकी प्रभारी व सिपाही होंगे जिम्मेदार : सीओ
बस स्टैण्ड की अव्यवस्था में सबसे बड़ा हाथ पुलिस का है। कुछ सिपाही चन्द रुपए की खातिर अवैध ़कब़्जाधारियों को संरक्षण दे देते हैं। अतिक्रमण हटाए जाने के दौरान यह आरोप कुछ लोगों ने खुलकर लगाए। इस सम्बन्ध में सीओ (सिटि) कल्याण सिंह ने बताया कि सड़क किनारे जाली लगाकर आपे, टैक्सि चालकों के लिए स्टैण्ड बनाया जाएगा, ताकि वह सड़क पर खड़े न हों। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण पुन: न हो, इसको लेकर मण्डी चौकी प्रभारी को पत्र भेजा जा रहा है। बस स्टैण्ड में एक भी स्थायी या अस्थायी अतिक्रमण हुआ, तो इसके लिए चौकी प्रभारी और सिपाही जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण पाए जाने पर सम्बन्धित चौकी प्रभारी व सिपाहियों के विरुद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने दावा किया कि अब किसी भी सूरत में बस स्टैण्ड पर अतिक्रमण नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि नगर आयुक्त के साथ उनकी बात हो गई है नगर निगम द्वारा सड़कें, नाली आदि का निर्माण कराकर बस स्टैण्ड का कायाकल्प किया जाएगा।