किसानों का अनशन स्थगित, एक सप्ताह की मोहलत
झाँसी : बुन्देलखण्ड किसान पंचायत के तत्वावधान में चल रहे किसान आन्दोलन को ़िजला प्रशासन के ़फसल बीमा की राशि जल्द मिलने के आश्वासन पर स्थगित कर दिया गया। आमरण अनशन कर रहे पंचायत अध्यक्ष को वरिष्ठ किसान ने जूस पिलाकर उठाया।
किसान आन्दोलन के चौथे दिन तथा पंचायत अध्यक्ष गौरी शंकर बिदुआ के आमरण अनशन के तीसरे दिन आज सुबह से ही ़िजला प्रशासन की सक्रियता बढ़ गयी। ़िजलाधिकारी के निर्देश पर अपर ़िजलाधिकारी (वित्त व राजस्व) उमेश नारायण पाण्डेय, डीडी कृषि यूपी सिंह व ़िजला कृषि अधिकारी बीपी मौर्य अपराह्न अनशन स्थल पर पहुँचे। एडीएम ने बताया कि बीमा कम्पनि ़फसल बीमा की राशि 24 घण्टे में जनपद उपलब्ध करा देगी। बीमा राशि मिलते ही इसे किसानों के खाते में ट्रांस्फर कर दिया जाएगा। उन्होंने मुआवजा राशि दिलाने के लिए केन्द्र सरकार व राज्य सरकार के स्तर पर कार्यवाही चलने की बात कही। ़िजला प्रशासन के आश्वासन के बाद आन्दोलन स्थल पर किसान पंचायत की बैठक में किसानों ने एक सप्ताह तक आन्दोलन स्थगित करने का निर्णय लिया। पंचायत के निर्णय के बाद 93 वर्षीय किसान लालाराम यादव (उजयान) ने जूस पिलाकर किसान नेता को आमरण अनशन से उठाया। इस मौके पर ़िजलाध्यक्ष रामजी सिंह जादौन पारीछा, राजू शर्मा नौटा, सोनू त्रिपाठी, नवीन यादव, मोनू राजा रजवारा, अरविन्द दुबे, सरमन सिंह यादव अतपेयी, पूर्व ़िजला पंचायत सदस्य बृज मोहन अहिरवार, अभिषेक शेषा बड़ागाँव, मंगल सिंह यादव करगुवाँ, लखन लाल नरवरिया बेदौरा, मुकेश पटेल विजयगढ़, रवि गोस्वामी सुंट्टा, हरिशंकर दुबे, पंजाब सिंह हस्तिनापुर, विजय सिंह पारीछा, हाकिम सिंह आदि शामिल रहे।
फिर सूखे की कगार पर खड़े किसान
झाँसी : बुन्देलखण्ड, विशेषकर झाँसी जनपद के किसान अतिवृष्टि व ओलावृष्टि से पहले ख़्ारी़फ, फिर रबी की ़फसल खो चुके हैं। किसानों की ़फसल का तीसरा चक्र (ख़्ारी़फ) सूखे की कगार पर खड़ा है। ़फसल बीमा नहीं मिलने तथा मुआवजा राशि कम मिलने से परेशान किसानों की आर्थिक स्थिति मॉनसून के चलते बने सूखे के हालात ने तबाह कर दी है। सूखे की स्थिति से बदहाल हो रहे किसान की आवा़ज लोकसभा व विधानसभा में लगातार गूँज रही है और शासन स्तर पर बुन्देलखण्ड के किसानों को आर्थिक पैकेज देने पर विचार चल रहा है। इस परिस्थितियों के बीच यहाँ आन्दोलन में डटे किसानों ने प्रशासन की दिक्कत बढ़ा दी थी। इसीलिए प्रशासन ने आज चौथे दिन बातचीत कर अनशन स्थगित करवा दिया है। पर, ़फसल बीमा क्लेम दिलाने तथा शेष मुआवजा राशि के लिए शासन स्तर पर पैरवी करने का काम बाकी है। किसानों को आर्थिक संकट से बाहर लाने के लिए प्रशासन की सक्रियता ़जरूरी है।