गाँधी प्रतिमा के सामने जमाया डेरा
झाँसी : बुन्देलखण्ड किसान पंचायत के तत्वावधान में किसानों ने अतिवृष्टि, ओलावृष्टि तथा कचनौंदा बाँध की समस्याओं को लेकर गाँधी उद्यान में अनिश्चित कालीन आन्दोलन प्रारम्भ किया। आन्दोलन का नेतृत्व पंचायत अध्यक्ष गौरी शंकर बिदुआ ने किया। आन्दोलनकारी किसान देर रात तक गाँधी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठे रहे।
धरने के दौरान हुई सभा में किसान नेता गौरी शंकर बिदुआ ने जि़ला प्रशासन पर मौसम की मार झेल रहे किसानों की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 की खरीफ की फसल अतिवृष्टि व ओलों से बर्बाद हुई। उसके बाद वर्ष 2014 की रबी की फसल ओलावृष्टि से पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गयी। बीमा कम्पनी ने वर्ष 2013 की खरीफ की फसल में सिर्फ तिली का बीमा दिया गया, जबकि उर्द, मूँग, सोयाबीन, मूँगफली आदि फसले क्षतिग्रस्त हुई थी। रबी की फसल में किसानों का 60 से 90 फीसदी नुकसान हुआ, जिसका सर्वे राज्य व केन्द्र सरकार की टीम से कराकर बीमा कम्पनी को रिपोर्ट भेज दी। इसके बाद भी बीमित फसल का बीमा नहीं दिया गया।
वक्ताओं ने कहा कि अब एक बार फिर सूखा से खरीफ की फसल की बुवाई नहीं हो पा रही है। अब किसान आर्थिक संकट में फँस गया है। इसीलिए तुरन्त राहत प्रदान नहीं की गयी, तो आन्दोलन तेज किया जाएगा। इधर, किसान नेता ने सुनवाई नहीं होने पर 15 जुलाई से आमरण अनशन शुरू करने की चेतावनी दी। आज पहले दिन जि़ला प्रशासन ने किसानों से सम्पर्क नहीं किया। आन्दोलन में देवी सिंह कुशवाहा, रामजी सिंह जादौन पारीछा, राजकुमार सिंह अस्ता, राजू शर्मा, शिब्बू रायकवार नौटा, भगत सिंह भदौरिया, सोनू त्रिपाठी बामौर, शिवम यादव करगुवौं, महेश पटेल नैकेरा, जगराम सिंह अस्ता, नत्थू सिंह तोमर रानीपुर, कृष्णदत्त शर्मा प्रधान मथनियां, राजकुमार राजपूत जरबो, बलवन्त सिंह किलेदार, सरमन यादव अतपेयी आदि मौजूद रहे।
किसानों ने ़िजलाधिकारी को दिया ज्ञापन
झाँसी : भाजपा किसान मोर्चा के बुन्देलखण्ड सह प्रभारी जवाहर लाल राजपूत के नेतृत्व में किसानों ने कलेक्टरेट में जि़लाधिकारी को ज्ञापन देकर फसल बीमा में आ रही अड़चन को दूर कर फसल बीमा दिलाने की माँग की। ज्ञापन में खरीफ व रबी की नष्ट की फसल का मुआवजा व बीमा दिलाने, बैंक स्तर पर चना, मटर, मसूर की खेती की जगह अधिकांश गेहूँ की फसल दिखाने से किसानों को कम बीमा मिलने पर जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कार्यवाही करने की माँग की। ज्ञापन में स्टेट बैंक, ग्रामीण बैंक द्वारा बीमा कम्पनियों में आपत्तियां निस्तारित नहीं करने पर नाराजगी जतायी गयी तथा बरसात नहीं होने से सम्भावित सूखे की स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक उपाय करने की माँग की गयी। इस दौरान किसानों ने जोरदार नारेबाजी की।
इस दौरान रानू पिपरा, हरिकान्त राजपूत, शिवनारायण राजपूत, हुकुम सिंह बिठरी, सरमन सिंह यादव, अशोक, प्रीतम सिंह मुखिया, करन सिंह बौद्ध, जगदीश शर्मा आदि शामिल रहे। इधर, जिलाधिकारी लाल बिहारी पाण्डेय ने कहा कि मुआवजा की शेष राशि तथा फसल बीमा की धनराशि 15 दिन में मिल जाएगी।
फाइल-रघुवीर शर्मा
समय-9.00
14 जुलाई 2014