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अवैध बालू से लदे डम्पर देख बिफरे डीएम

By Edited By: Published: Mon, 14 Jul 2014 01:57 AM (IST)Updated: Mon, 14 Jul 2014 01:57 AM (IST)
अवैध बालू से लदे डम्पर देख बिफरे डीएम

झाँसी : जनपद में चल रहे सेतु निर्माण के कार्यो को देखकर लौट रहे ़िजलाधिकारी ने पहले घाट पर अवैध खनन होते देखा। इसके बाद रिसाला चुंगी पर पहुँचे, तो अवैध बालू से लदे डम्पर व ट्रैक्टर खड़े मिले। इस पर वे नारा़ज हो उठे और पुलिस को बुलाकर धरपकड़ करायी। 3 डम्पर, 2 ट्रैक्टर पकड़ में आ सके, बाकी भाग गए। एक ट्रैक्टर चालक तो बीच रास्ते में ही बालू को पलट कर भाग गया।

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रिसाला चुंगी पर कुर्सियों पर बैठकर बालू से लदे डम्पर व ट्रैक्टर को बेचता देखकर ़िजलाधिकारी ने अपनी गाड़ी को वहाँ रुकवा दिया। नवाबाद पुलिस को बुलाकर इन्हें पकड़ने के निर्देश दिए। पुलिस ने अवैध कारोबारियों को पकड़ने का प्रयास किया, तो वे विरोध करने लगे। पुलिस बल देखकर कुछ गाड़ी छोड़कर भाग गए, तो कुछ गाड़ियों को ते़जी से चलाते हुए निकल भागे। पुलिस को पीछे आता देख एक ट्रैक्टर चालक ने यूनिवर्सिटी के पास बीच रास्ते में ही बालू को पलट दिया और भागने लगा। पुलिस ने पीछा कर उसको पकड़ लिया। 3 डम्पर नवाबाद पुलिस थाने ले आयी, तो दो ट्रैक्टर्स को विश्वविद्यालय चौकी में खड़ा कर दिया। यहाँ पर पहले से पकड़े गए बालू से लदे ट्रैक्टर भी खड़े थे। पुलिस ने अवैध खनन से लदे वाहनों को सी़ज कर दिया। साथ ही अवैध कारोबारियों की कुर्सियों को भी जब्त कर लिया।

कोई तो विकल्प बनाए शासन

जनपद में बालू खनन का एक भी पट्टा नहीं है। इसके बाद भी बालू लगातार आ रही है। पट्टा प्रक्रिया में नई नियमावली का पेंच फँसा हुआ है। इसका खामियाजा प्रशासन को जहाँ राजस्व से उठाना पड़ रहा है, वहीं ़जरूरतमन्दों को इसके ऊँचे दाम देकर। स्थिति यह हो गई है कि जो बालू की ट्रॉली पहले 1500 रुपए में आती थी, अब वह 3500 रुपए में मिल रही है। ऐसे में ़जरूरी हो गया है कि शासन को इसके लिए तत्काल में कोई ऐसी वैकल्पिक व्यवस्था लागू करनी चाहिए, जिससे ़जरूरतमन्दों को उचित दाम में बालू उपलब्ध हो जाए और प्रशासन को राजस्व मिल जाए। इस सम्बन्ध में ़िजलाधिकारी ने बताया कि खनन की नई नियमावली शासन के समक्ष विचाराधीन है। इस कारण पट्टा नहीं हो पा रहे हैं। वैकल्पिक व्यवस्था के सुझाव को स्वीकारते हुए उन्होंने कहा कि शासन में इस सम्बन्ध में बात की जाएगी।


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