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जागरण इन्फो

By Edited By: Published: Tue, 22 Apr 2014 01:01 AM (IST)Updated: Tue, 22 Apr 2014 01:01 AM (IST)
जागरण इन्फो

संसद बड़ा होता गया, युवा सांसद घटते गए

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देश के लोकतन्त्र की बुनियाद जैसे-जैसे पुरानी हुई, संसद में पहुँचने वाले प्रत्याशियों की उम्र बढ़ती चली गई। देश की पहली लोकसभा में जीत तक पहुँचने वाले सांसदों की औसत उम्र 46.5 साल थी। दूसरी लोकसभा में भी यह औसत बरकरार रहा और इस बार औसत आयु 46.7 द़र्ज की गई। 15वीं लोकसभा तक पहुँचते-पहुँचते देश में तो युवाओं की संख्या बढ़ गई, लेकिन संसद में इनकी संख्या में खासी गिरावट आ गई। पिछली लोकसभा के सांसदों की औसत आयु 53.5 साल थी। आपको जानकार आश्चर्य होगा कि सबसे उम्रदराज लोकसभा 13वीं रही, जिसमें औसत आयु 55.5 थी।

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लोगो : जागरण इन्फो

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पृथ्वी की फोटो

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विश्व पृथ्वी दिवस आज

पृथ्वी पर बढ़ रहे प्रदूषण, ग्लोबल वॉर्मिग और पिघल रहे ग्लेशियर के प्रभाव से पृथ्वी का अस्तित्व संकट में है। इस संकट से पृथ्वी को बचाने के लिये प्रतिवर्ष 22 अप्रैल को 'विश्व पृथ्वी दिवस' मनाया जाता है। पृथ्वी के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिये इसकी शुरूआत 1970 में तत्कालीन अमेरिकी सीनेटर जेरॉल्ड नेल्सन ने की थी। जेरॉल्ड ने 1969 में सिएटल (वॉशिंगटन) में एक सम्मेलन के दौरान घोषणा की थी कि 1970 में पृथ्वी के प्रति चेतना जगाने के लिए आम लोगों के साथ राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन किया जाएगा। हालाँकि तब उन्हें इस प्रदर्शन की सफलता को लेकर विश्वास नहीं था। लेकिन यह प्रदर्शन कामयाब रहा और इस प्रदर्शन में जानेमाने फिल्म और टेलीवि़जन अभिनेता एड्डी अलबर्ट ने प्रमुख भूमिका निभाई। 1970 की एक रिपोर्ट के अनुसार पृथ्वी दिवस अल्बर्ट के जन्मदिवस के ही दिन 22 अप्रैल को मनाया जाता है। आज विश्व के 175 देश इस दिवस को मनाते हैं। इस दिन कई शहरों, राज्यों और देशों में स्तरीय सेमिनार व जागरूकता अभियान का आयोजन किया जाता है।

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योगेश चन्द्र चटर्जी की फोटो

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योगेश चन्द्र चटर्जी की पुण्यतिथि आज

क्रान्तिवीर योगेश चन्द्र चटर्जी का जीवन देश को विदेशी दासता से मुक्त कराने की गौरवमयी गाथा है। उनका जन्म ढाका ़िजले (अब बांगला देश) के ग्राम गोकाड़िया में हुआ था। 1903 में 'बंग-भंग आन्दोलन' से जुड़कर उन्होंने क्रान्तिपथ पर अपना पहला ़कदम रखा। 10 वर्ष की छोटी-सी आयु में पुलिन दा द्वारा बनाई 'अनुशीलन पार्टी' में उनका भी नाम था। एक दिन पार्टी कार्यालय से उन्हें गिऱफ्तार कर नालन्दा हाउस भेज दिया गया। कुछ महीने बाद वे आम रिहाई के द्वारा जेल से बाहर आये। 1925 में क्रान्तिकारी शचीन्द्र नाथ सान्याल ने अलग-अलग राज्यों में काम कर रहे क्रान्तिकारियों को एक साथ एक संस्था से जोड़ा और योगेश को संयुक्त प्रान्त का संगठक बनाया। 'काकोरी रेल डकैती' के अपराधियों में से कुछ को फाँसी हुई, तो कुछ को जेल। जेल में रहने वालों में योगेश भी थे। जेल में रहते हुए उन्होंने राजनीतिक बन्दियों के अधिकारों के लिये कई बार भूख हड़ताल की। फतेहगढ़ जेल में उनका अनशन 111 दिनों तक चला। इसके बाद संयुक्त प्रान्त सरकार ने उन्हें देवली जेल भेजा, यहाँ भी उन्होंने अनशन किया। बिगड़ती हालत को देखकर उन्हें रिहाई दे दी गई। स्वतन्त्रता के बाद वे राजनीति में सक्रिय हो गये। 'मा‌र्क्सवाद' और 'लेनिनवाद' से प्रभावित योगेश ने बाँटने से अधिक जोड़ने का प्रयास किया, पर कुछ दिनों बाद ही राजनीति से उनका मोहभंग हो गया। जीवन के अन्तिम समय में उनका मानसिक सन्तुलन बिगड़ गया। 22 अप्रैल 1969 को दिल्ली में उनका निधन हो गया।

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लोगो : बातें विज्ञान की

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लाल रंग ख़्ातरे का सूचक क्यों?

आपने देखा होगा कि ख़्ातरे को बताने के लिये लाल रंग का प्रयोग किया जाता है। ऐसा इसलिये क्योंकि सूर्य के श्वेत प्रकाश में बैगनी, नीला, आसमानी, हरा, पीला, नारंगी व लाल रंग होते हैं। इनमें से हमारी आँखें पीले रंग के प्रति सबसे अधिक व बैगनी रंग के प्रति सब से कम संवेदनशील होती हैं। पीले रंग की तीव्रता सबसे अधिक होती है। दूसरी ओर सूर्य के प्रकाश में 7 रंगों में लाल रंग की तरंग अधिक होती है। यही कारण है कि जब लाल रंग के प्रकाश पर सफेद रंग का प्रकाश पड़ता है, तब उसका प्रकीर्णन सबसे अधिक होता है। सफेद रंग का प्रकाश लाल भाग के संकेत से टकराकर चारों ओर बिखर जाता है और संकेत दूर से ही दिखाई देने लगता है।

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आज का इतिहास

0 1876 को पहला 'बेसबॉल नैशनल लीग' फिलाडेल्फिया में खेला गया।

0 2010 को लम्बे समय से इन्कार करते आ रहे चीन ने ब्रह्मापुत्र नदी पर तिब्बत के पास सांगपो में बाँध बनाने की बात स्वीकार की।

0 2010 को दिल्ली की ़िजला एवं सत्र न्यायालय के न्यायाधीश एसपी गर्ग ने वर्ष 1996 को लाजपत नगर बा़जार (दिल्ली) में हुए विस्फोट के 6 आरोपियों में से 3 को मौत की स़जा सुनाई।

0 आज के ही दिन 1914 हिन्दी सिनेमा के मशहूर निर्देशक बलदेव राज चोपड़ा (बीआर चोपड़ा) का जन्म हुआ।

फाइल : शिखा पोरवाल

समय : 6:00

21 अप्रैल 2014


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