अण्डमान एक्सप्रेस में आग, बोगी ख़्ाक
झाँसी : दिल्ली से भोपाल की ओर जा रही अण्डमान एक्सप्रेस हादसाग्रस्त हो गई। ट्रेन के फ्रण्ट एसएलआर कोच में भीषण आग लग गई, जिससे कोच पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। आग लगने की सूचना पर रात को ही डीआरएम समेत उच्च अधिकारी मौके पर पहुँच गए। फायर लाइन की 5 गाड़ियों की कड़ी मशक्कत से लगभग 7 घण्टे बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस रेलमार्ग की ओएचइ (ओवर हेड इलेक्ट्रिकल वायर) को बन्द कर दिया गया, इससे दो दर्जन से भी अधिक ट्रेन प्रभावित हो गई व दो पैसिंजर ट्रेन को रद्द करना पड़ा। सुबह लगभग 10 बजे रेलमार्ग पर आवागमन सुचारू हो सका।
नई दिल्ली से भोपाल की ओर जा रही ट्रेन संख्या 16032 जम्मूतवी-मद्रास अण्डमान एक्सप्रेस के फ्रण्ट एसएलआर (एसआर 99838) में झाँसी स्टेशन के पहले ही जलने की दुर्गन्ध आ रही थी। किसी का इस ओर ध्यान नहीं गया व ट्रेन झाँसी स्टेशन पार कर गई। रात लगभग 2.30 बजे बिजौली स्टेशन पर खम्भा नम्बर 1117/5-7 पर जैसे ही आग ने भीषण रूप अख्तियार किया, यात्रियों के होश उड़ गये। भारी शोर-शराबे के बीच ड्राइवर वीके शर्मा व मन्नू लाल ने कण्ट्रोल व उप्र स्टेशन प्रबन्धक (वाणिज्य, बिजौली) एके सिंह को इसकी जानकारी दी व इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। यहाँ ड्राइवर्स व गार्ड ने सूझबूझ का परिचय देते हुए किसी के आने का इन्त़जार नहीं किया व एसएलआर बोगी की कपलिंग को हटाना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में एसएलआर बोगी को ट्रेन से अलग कर दिया गया। इधर, कण्ट्रोल की सूचना पर इस रेलमार्ग की ओएचइ को बन्द कर दिया गया। वहीं, घटना की जानकारी होते ही मण्डल रेल प्रबन्धक नवीन चोपड़ा, वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक राजेश कुमार, मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक पीके शर्मा, आरपीएफ कमाण्डेण्ट राजीव यादव समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुँच गये। आग इतनी भीषण थी कि कोच का पूरा सामान जिसमें टायर, ऑटो पार्ट्स रखे हुए थे, ख़्ाक हो गया। बोगी भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। रेलवे, ़िजला प्रशासन व मिलिट्रि की फायर लाइन गाड़ियों समेत बीएचइएल फायर ब्रिगेड भी वहाँ पहुँच गई व आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू कर दी। यहाँ ओएचइ बन्द होने से इस रेलमार्ग की सभी ट्रेन रोक दी गई। फायर लाइन को आग बुझाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। लगभग 7 घण्टे बाद आग पर काबू पाने में सफलता मिल गई व क्षतिग्रस्त बोगी को बिजौली सिक लाइन भेज दिया गया। सुबह लगभग 9.45 बजे ओएचइ चालू कर चेन्नई एक्सप्रेस को रवाना कराया गया। इसके बाद अप मार्ग की कनार्टक एक्सप्रेस को उस ओर निकाला गया।
ये ट्रेन्स रहीं प्रभावित
ओएचइ बन्द रहने के चलते केरला एक्सप्रेस, मंगला एक्सप्रेस, झेलम एक्सप्रेस, गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस, समता एक्सप्रेस, कर्नाटक सम्पर्क क्रान्ति एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस, गरीब रथ, भोपाल एक्सप्रेस, श्री गंगानगर-नान्देड़ एक्सप्रेस, कर्नाटक एक्सप्रेस, मालवा एक्सप्रेस आदि ट्रेन लेट हो गई। इसके अलावा झाँसी-बीना व झाँसी-टीकमगढ़ एक्सप्रेस को रद्द कर दिया, जबकि साबरमती एक्सप्रेस को झाँसी-बीना खण्ड में उक्त पैसिंजर गाड़ी के स्टॉपेज दिये गये। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है।
बोगी से बाद वाला कोच एसी था
जिस फ्रण्ट एसएलआर बोगी में आग लगी, उसके बाद वाला कोच एसी का था। यदि आग की लपट वहाँ तक पहुँच जाती, तो बड़ा हादसा हो सकता था। ड्राइवर व गार्ड की सूझबूझ के कारण यात्रियों को कोई नु़कसान नहीं पहुँचा।
खाने-पीने की व्यवस्था की गई
रात में बिजौली रेलमार्ग पर फँसी ट्रेन में सवार यात्रियों का भूख व प्यास से हाल बेहाल था। आसपास पानी की व्यवस्था न होने से यात्री परेशान थे। ऐसे में रेलवे प्रशासन के निर्देश पर स्टेशन पर बने फूड प्ला़जा से यात्रियों तक खाना-पीना पहुँचाया गया।
सीबीएस व सीआरएस सुबह ही पहुँच गये
कई ट्रेन लेट थीं, तो दो रद्द भी हो गई। ऐसे में सबसे अधिक नये टिकिट व टिकिट रद्दीकरण का अन्देशा होते ही कण्ट्रोल द्वारा आगजनी की सूचना चीफ बुकिंग सुपरवाइ़जर व चीफ रि़जर्वेशन सुपरवाइ़जर को दी, जिससे ये सुबह ही ऑफिस पहुँच गये और व्यवस्था को सँभाला।
उप स्टेशन प्रबन्धक को यात्रियों ने घेरा
ओएचइ बन्द होने से जहाँ ट्रेन्स को रोक दिया गया, वहीं कण्ट्रोल द्वारा दिये गये आदेश के अनुसार झाँसी-बीना पैसिंजर व झाँसी-टीकमगढ़पैसिंजर को रद्द कर दिया गया। ट्रेन का इन्त़जार कर रहे यात्रियों को जब ट्रेन रद्द होने की उद्घोषणा सुनायी दी, वे भड़क गये। यात्रियों ने उप स्टेशन प्रबन्धक (वाणिज्य) को घेर लिया व हंगामा करने लगे। उप स्टेशन प्रबन्धक (वाणिज्य) द्वारा यात्रियों को समझाने की बहुत कोशिश की गई, पर यात्री नहीं माने व कर्मचारियों से अभद्रता करते रहे।
बीच में बॉक्स
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विभागीय जाँच के आदेश
झाँसी : घटना के सन्दर्भ में मण्डल रेल प्रबन्धक नवीन चोपड़ा ने विभागीय जाँच के आदेश दे दिये हैं। दुर्घटना जाँच के लिए जेए ग्रेड के अधिकारियों की समिति गठित की गई है। इस समिति में वरिष्ठ मण्डल संरक्षा अधिकारी, वरिष्ठ मण्डल विद्युत अभियन्ता, वरिष्ठ मण्डल सुरक्षा आयुक्त, वरिष्ठ मण्डल यान्त्रिक अभियन्ता एवं वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक शामिल हैं। रेलवे की ओर से जारी बयान में कहा गया कि आग लगने के कारण का पता नहीं चल सका है। ख़्ाक हुए माल की हानि का आकलन किया जा रहा है।
समरी पैरा
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दूर का स़फर आसान बनाने वाली भारतीय रेल में आगजनी की घटनाएं न हो पाएं, इसके लिए कई प्रस्ताव रेलवे बोर्ड के पास हैं, पर अधिकांश पर निर्णय अभी तक नहीं हो पा रहा। एक के बाद एक हो रही ऐसी घटनाओं से रेल धधक रही है। बीते वर्ष राजधानी एक्सप्रेस की वो घटना सभी को याद होगी, जिसमें एसएलआर कोच में लगी आग से यात्री सहम गये थे। गत वर्ष केरला एक्सप्रेस का पेण्ट्रिकार, ग्वालियर स्टेशन पर कर्नाटक एक्सप्रेस में चिंगारी से लगी आग ने भी खूब डराया था। बीती रात फिर एक ट्रेन की एसएलआर बोगी भीषण आग से ख़्ाक हो गई। यात्रियों में हड़कम्प मचा रहा। प्राण बचाने की खातिर यात्री ट्रेन से ऐसी जगह उतर गये, जहाँ दूर-दूर तक सिर्फ अँधेरा ही ऩजर आ रहा था। रेलवे अधिकारी व फायर लाइन मौके पर पहुँच गई व आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू हो गई, पर यात्रियों के भीतर बैठा डर उस समय तक नहीं निकला, जब तक कोच को ट्रेन से अलग नहीं कर दिया गया।
फाइल : हिमांशु वर्मा
समय : 6.45
21 अपै्रल 2014