Move to Jagran APP

अवैध होर्डिग्स : सर्वे कई बार, रिपोर्ट का पता नहीं

By Edited By: Published: Mon, 21 Apr 2014 01:00 AM (IST)Updated: Mon, 21 Apr 2014 01:00 AM (IST)
अवैध होर्डिग्स : सर्वे कई बार, रिपोर्ट का पता नहीं

झाँसी : महानगर की मुख्य सड़कों के साथ ही गली-कूचे अवैध होर्डिग्स से पटे पड़े हैं। इन्हें हटाने के लिए कई बार सर्वे कर चिह्नित किया गया, लेकिन आज तक इसकी सूची नहीं पहुँची। नतीजा, अवैध होर्डिग्स को हटाया नहीं जा सका। इसको लेकर नगर आयुक्त ने एक बार फिर सम्बन्धित अधिकारियों को पत्र भेजकर सूची उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए हैं।

loksabha election banner

शहर की शायद ही कोई ऐसी सड़क हो, जहाँ होर्डिग्स न लगी हो। शहर के अन्दर की सड़कों व गली-कूचे भी होर्डिग्स से पटे हुए हैं। आचार संहिता लागू होते ही नगर निगम का अमला सड़कों पर दौड़ा था। उसने राजनैतिक दलों से जुड़े होर्डिग्स को हटा दिया, लेकिन अन्य अवैध होर्डिग्स को छुआ तक नहीं। इन अवैध होर्डिग्स को हटाए जाने के लिए कई बार सर्वे हो चुका है। टीमों को इस बात के निर्देश दिए गए थे कि किस सड़क पर कौन सा होर्डिग्स अवैध लगा हुआ है, उसको चिह्नित कर सूची उपलब्ध कराई जाए। निर्देश के बाद भी अवैध होर्डिग्स की सूची उपलब्ध नहीं करायी, जिसकी वजह से इनको हटाया नहीं जा सका। यह मामला नगर आयुक्त के संज्ञान में आया, तो उन्होंने नारा़जगी जताते हुए अवैध होर्डिग्स चिह्नित करने वाली टीम को पत्र भेजकर तुरन्त सूची उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। विभागीय सूत्रों की मानें, तो नगर आयुक्त के आदेश के बाद भी सूची नहीं मिली, जिसकी वजह से अवैध होर्डिग्स को हटाया नहीं जा सका है।

चुनाव आयोग के निर्देश पर हटाए गए प्रेमनगर थानाध्यक्ष

झाँसी : प्रेमनगर थानाध्यक्ष के बारे में मिल रही शिकायतों को गम्भीरता से लेते हुए चुनाव आयोग ने उनको हटाए जाने के निर्देश दिए। आयोग के निर्देश पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने थानाध्यक्ष प्रेमनगर पंकज यादव को हटाकर पुलिस लाइन भेज दिया है। उनकी जगह पर नवाबाद के वरिष्ठ उप निरीक्षक बलजीत सिंह को भेजा गया है। पुलिस लाइन्स से दो उप निरीक्षक संजीव कुमार व दिनेश परिहार को थाना सीपरी बा़जार भेजा गया है।

दुकानों की स्थिति बताने से कतरा रहे अधिकारी

0 अपर नगर आयुक्त ने सम्पत्ति अधिकारी को भेजा स्मरण पत्र

झाँसी : नगर निगम की कई दुकानों का स्वरूप बदल गया है। इसके बाद भी उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई। अपर नगर आयुक्त ने स्थिति से अवगत कराने को रिपोर्ट माँगी, तो उसको देने से सम्पत्ति विभाग कतरा रहा है। तय अवधि बीत जाने के बाद भी रिपोर्ट नहीं आयी, तो अपर नगर आयुक्त ने स्मरण पत्र भेज दिया।

एक माह होने जा रहा है। अपर नगर आयुक्त ने नगर निगम की दुकानों के सम्बन्ध में रिपोर्ट माँगी थी। इसमें जानकारी माँगी गई थी कि दुकान कब आवण्टित हुई, उस समय कितना किराया था, कब-कब किराया बढ़ाया गया, जिन दुकानदारों ने दुकानों के अन्दर बेसमेण्ट बना लिया, दलान को घेर लिया तथा नगर निगम की पीछे की ़जमीन को भी दुकान में शामिल कर लिया, ऐसा किसकी अनुमति से किया गया? अगर बिना अनुमति के किया गया, तो अब तक उनके विरुद्ध क्या कार्रवाई की गई? इसके साथ अपर नगर आयुक्त ने शासनादेश के अनुसार कितना किराया बढ़ाया गया, इसकी जानकारी सम्पत्ति अधिकारी से 15 दिन में उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए, ताकि आगे की कार्रवाई की जाए। तय अवधि बीत जाने के बाद भी सम्पत्ति विभाग ने अपर नगर आयुक्त को रिपोर्ट नहीं भेजी। इसको लेकर उन्होंने फिर स्मरणपत्र भेजकर एक सप्ताह में सूचना उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए हैं। बताते चलें कि नगर निगम की कई दुकानों का स्वरूप बदल दिया गया है। पिछले दिनों जीवनशाह तिराहा के पास दो दुकानों के अन्दर बेसमेण्ट बनाया जा रहा था, जिसका काम सम्पत्ति अधिकारी ने रुकवा कर निर्माण सामग्री को जब्त कर लिया था। इसके बाद भी उक्त निर्माण कार्य पूर्ण करा लिया गया।

20 इरशाद-1

समय : 8.35 बजे


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.