अलीशाहपुर में डेंगू ने पसारे पांव, विभाग मान रहा वायरल बुखार
जागरण संवाददाता, सिकरारा (जौनपुर) : बारिश में संक्रामक व मच्छरजनित बीमारियों ने पांव पसारना शुरू कर
जागरण संवाददाता, सिकरारा (जौनपुर) : बारिश में संक्रामक व मच्छरजनित बीमारियों ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। रविवार की रात अलीशाहपुर गांव निवासी डेंगू पीड़ित महिला की मौत के बाद ग्रामीण सहम गए हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग मौत का कारण संदिग्ध बता रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव के चारों तरफ कूड़े के ढेर व जगह-जगह जलभराव हो गया है। जिसके चलते मच्छरजनित व जल जनित बीमारियों की प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। गांव में बुखार पीड़ित दामिनी (23) पुत्री राम सुंदर का इलाज मुंबई के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। जबकि गांव के सभाजीत की पत्नी कौशल्या देवी चार वर्ष पूर्व डेंगू से पीड़ित थी। महंगे इलाज के बाद किसी तरह जान बची।
मृत पुष्पा सरोज लगभग एक सप्ताह से बुखार से पीड़ित थी। परिवार वालों को इस बात का अफसोस है कि अगर बुखार की जांच कराकर अच्छे अस्पताल में इलाज कराया होता तो शायद जान नही जाती। रविवार को इलाहाबाद में इलाज कर रहे चिकित्सकों ने जब डेंगू होने की पुष्टि की तो परिजनों के पैर के नीचे की जमीन खिसक गई। आधी रात के बाद अंतत: पुष्पा ने दम तोड़ दिया। स्वास्थ्य विभाग के संज्ञान में यह मामला आने पर विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों को गांव में भेजा गया।
जांच करने वाली टीम ने गांव में बीमार रयांशू, अंश, संजू सरोज सहित 30 लोगों का रक्त का नमूना लेकर जांच हेतु भेज दिया। जांच टीम ने लोगों को गांव में साफ-सफाई के लिए जागरूक किया। साथ ही कहा कि पानी उबालकर ही पीये। सहायक मलेरिया अधिकारी संजीव मिश्र व प्रयोगशाला प्राविधिक का कहना है कि बुखार पीड़ित लोगों के खून का नमूना ले लिया गया है। डेंगू का कोई मामला नहीं लग रहा है। गांव के बुखार पीड़ित लोगों के टेस्ट अच्छे लैब से कराकर वास्तविक कारण का पता लगाया जाएगा।