पुलिस हिरासत में भेजे गए 10 ठेकेदार, मुचलके पर रिहा
लापरवाही --------- कार्य न करने पर आरईएस में काम करने वाले ठेकेदारों पर कार्रवाई बैठक के दौर
लापरवाही
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कार्य न करने पर आरईएस में काम करने वाले ठेकेदारों पर कार्रवाई
बैठक के दौरान डीएम ने लाइन बाजार पुलिस को बुलाया
जौनपुर: एक बार फिर आरईएस चर्चाओं में आ गया। किसी न किसी वजह से सुर्खियों में रहना इस विभाग में काम करने वाले दस ठेकेदारों को भारी पड़ गया। कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक के दौरान जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी ने समीक्षा के दौरान इन ठेकेदारों को लाइन बाजार पुलिस के हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने बाद में निजी मुचलके पर रिहा कर दिया। यह खबर लगते ही अन्य ठेकेदारों में भी हड़कंप मच गया।
जिलाधिकारी ने आरईएस के कराए जा रहे कार्यों की समीक्षा किया। इस दौरान दस ठेकेदारों के कार्यों को लेकर वे काफी खफा हो गए। कार्य न कराने वाले इन ठेकेदारों को लाइन बाजार थाने की पुलिस बुलाकर बैठक से ही हिरासत में दे दिया। जहां पुलिस ने निजी मुचलका पर छोड़ दिया। इधर जिलाधिकारी ने अन्य सभी ठेकेदारों को निर्देशित किया कि 15 दिसंबर तक हर हाल में लक्ष्य को गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण कर लिया जाए अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने की समीक्षा
कलेक्ट्रेट सभागार में तिलक हाल नवीन भवन सचिवालय उप्र लखनऊ में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी का सम्मेलन के सम्बन्ध में मंगलवार को बैठक हुई। जिसमें जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी ने एक-एक अधिकारी से विभागयीय योजनाओं के प्रगति की समीक्षा किया। साथ ही आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित किया कि नेडा को धन तत्काल उपलब्ध कराए। प्रभारी बेसिक शिक्षाधिकारी को सभी पाठ्य पुस्तकों के सत्यापन कराकर वितरण कराने को कहा। पीडी जगदीश त्रिपाठी को लोहिया आवास की प्रगति को शत प्रतिशत पूर्ण कराने का निर्देश दिया। सहायक श्रमायुक्त बीएन दुबे, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डा. विरेन्द्र ¨सह से विभागीय प्रगति जानी। एलडीएम एवं आरएम से तत्काल कार्य कराने का निर्देश दिया। मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा करंजाकला, सिकरारा, बीबीपुर के आवास को पूर्ण कराने का निर्देश दिया।