डर से भी ज्यादा भयानक
झाड़-फूंक के बहाने चली गई जान, रो-रो कर परिजनों का बुरा हाल जौनपुर : होनी को कोई टाल नहीं सकता है।
झाड़-फूंक के बहाने चली गई जान, रो-रो कर परिजनों का बुरा हाल
जौनपुर : होनी को कोई टाल नहीं सकता है। कुछ ऐसा ही देखने को मिला सिकरारा थाना क्षेत्र के डमरूआ तिराहे के समीप रविवार को। जहां ट्रक की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई। इसमें एक वह शामिल था, जो अपने जिगर का टुकड़ा था तो दूसरा वह, जो उनके परिवार को खुशहाल देखना चाहता था। कुछ पल तक दोनों के साथ बातचीत करने वाला अभागा पिता ट्रक के धक्के से पटरी पर जाकर गिरा तो उसे यह दर्द से भी ज्यादा लगा, हो भी क्यों न, वह पुत्र को लेकर जितना डर रहा था हुआ उससे भी कहीं ज्यादा, जिसकी उसने कल्पना भी नहीं किया था।
लाइनबाजार थाना क्षेत्र के कनकपुर गांव निवासी समोधी यादव के छोटे पुत्र सुजीत यादव (12) को एक सप्ताह पहले घर पर ही कुत्ते ने काट लिया था। जिसे लेकर वे परेशान थे। चिकित्सक से सूई लगवाए, क्यों की कुत्ते के काटने के बाद से पूरा परिवार सहम उठा था। अनहोनी की आशंका लिए लोगों के सुझाव पर वे मछलीशहर क्षेत्र के रामपुर कुकराही गांव जाने का कार्यक्रम तय किए। पुत्र के साथ उन्होंने इस कार्यक्रम के बारे में बढ़ौली नोनियान गांव निवासी कोलाहल चौहान (35) को भी बताया। जहां जाने के लिए सभी बाइक से तड़के निकल भी गए, पहुंचे और पुत्र का झांड़-फूंक कराने के बाद आश्वस्त होकर वापस लौटे, ¨कतु उन्हे क्या पता था कि आश्वस्त होना ईश्वर मंजूर नहीं है। पीछे-पीछे 'यमराज' (ट्रक) आ रहे है। डमरूआा तिराहे के आगे वे इनकी बाइक को धक्का दे देकर अपने काम को अंजाम देगें। सिकरारा थाने पर एकत्र हुए दोनों के लोग यह भी कहते दिखे कि समोधी के परिवार की खुशहाली के लिए आगे आए कोलाहल की नेकी भी विधाता को मंजूर नहीं हुई, जिसके कारण उनके घर भी कोहराम मच गया।