लक्ष्मी पूजन को बनने लगे पूजा पंडाल
- दीपावली : प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुटे कलाकार - प्रशासनिक अधिकारियों व महासमिति की बैठक
- दीपावली : प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुटे कलाकार
- प्रशासनिक अधिकारियों व महासमिति की बैठक
जौनपुर : दीपावली में लक्ष्मी पूजनोत्सव के लिए पूजा पंडाल बनने लगे हैं। कलाकार प्रतिमाओं को भी अंतिम रूप देने में लगे हैं। पंडालों के निर्माण के लिए बांस-बल्लियां भी मौके पर आने लगी है। इसकी तैयारी को प्रशासनिक अधिकारियों व श्री लक्ष्मी पूजा महासमिति के पदाधिकारियों की बैठकों का दौर चल रहा है।
जनपद में लक्ष्मी पूजा पंडाल की करीब 200 मूर्तियां स्थापित की जाती हैं। इसमें श्री लक्ष्मी पूजा महासमिति के तहत जिले में कुल 60 से 65 समितियां पंजीकृत हैं। जिसमें नखास, जोगियापुर, रूहट्टा, नईगंज, अहमदखां मंडी, गूलर घाट, मियांपुर, ताड़तला, मखदूम शाह अढ़न सहित अन्य जगहों पर हैं। इन पंडालों में 28 अक्टूबर को माता लक्ष्मी की प्रतिमाएं स्थापित हो जाएंगी। एक नवंबर को विसर्जन घाट स्थित शक्ति कुंड में मूर्ति विसर्जित किया जाएगा। लक्ष्मी पूजा का पंडाल दुर्गा पूजा की तरह ऊंचा नहीं बनता। इसकी ऊंचाई 20 से 25 फीट ही होती है।
इस बाबत श्री लक्ष्मी पूजा महासमिति के संरक्षक रामजी जायसवाल ने बताया कि लक्ष्मी पूजनोत्सव के लिए तैयारियां जोरों पर है। नगर में मां शीतला बाल समिति मखदूम शाह अढ़न, बाल कल्याण संस्था डड़ियानेटोला, सर्वोदय संस्था पानदरीबा के बीच प्रतिवर्ष प्रथम, द्वितीय, तृतीय पुरस्कार के लिए प्रतिस्पर्धा होती है। ऐसे में इन संस्थाओं की साज-सज्जा काफी आकर्षक होती है। दुर्गा पूजा की तरह श्रद्धालुओं की भारी भीड़ तो नहीं होती लेकिन विसर्जन के दिन शोभायात्रा निकलती है। महासमिति के लोगों ने प्रशासन से मुलाकात कर अपनी आवश्यकताओं को बता दिया है।