गौराबादशाहपुर में स्वच्छता अभियान बेअसर
गौराबादशाहपुर(जौनपुर): एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को साफ सफाई के प्रति प्रेरित करने क
गौराबादशाहपुर(जौनपुर): एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को साफ सफाई के प्रति प्रेरित करने का संकल्प ले रखा है। वहीं दूसरी तरफ गौरा के लोगों के ऊपर इस साफ-सफाई अभियान का कोई भी असर देखने को नहीं मिल रहा है। गौराबादशाहपुर यूनियन बैंक के ठीक सामने स्थित काफी पुराने ऐतिहासिक पोखरे की साफ सफाई के लिए कौन कहे स्थानीय लोगों द्वारा इसमें घरों का गंदा पानी बहाने के साथ-साथ घरो से निकला कूड़ा-कचरा भी डाला जा रहा है।
गौराबादशाहपुर स्थित उप डाकघर तथा यूनियन बैंक के सामने स्थित पोखरा इस समय प्रशासनिक उपेक्षा के साथ-साथ लोगों की उपेक्षा का शिकार है। उक्त पोखरे का ऐतिहासिक महत्व इस बात से मालूम पड़ता है कि पोखरे की उत्तर दिशा में मस्जिद है तथा पश्चिम में प्राचीन नागा साधुओं की कुटी। कुछ वर्षो पहले तक जहां मुस्लिम उक्त पोखरे में वजू करके नमाज अदा करने जाते थे तो सुबह नागा साधू उसी पोखरे में स्नान कर पूजा करने जाते थे। आज उक्त पोखरे की हालत यह हो गई है कि स्नान, वजू तो दूर जानवर भी उक्त पोखरे में नहीं जाते है। पोखरे के दक्षिण बसी आबादी के सैकड़ों घरों का गंदा पानी इसी पोखरे में गिरता है। आसपास के रहने वाले लोग इसी पोखरे में कूड़ा-करकट, प्लास्टिक की पन्नी व अन्य अपशिष्ट डालते रहते है। जिससे उठने वाली दुर्गंध से राहगीरों के साथ ही बैंक व डाकघर में आए लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। वहीं पोखरे की पश्चिम दिशा से उसको पाटकर तेजी से अतिक्रमण किया जा रहा है, जिससे पोखरा सिकुड़ता जा रहा है। अगर प्रशासन उक्त पोखरे की साफ-सफाई करवाकर उसे अतिक्रमण व गंदगी से मुक्त करवा सके तो पोखरे के आसपास पर्यटन स्थल विकसित किया जा सकता है।