राजनाथ हत्याकांड पुलिस के लिए अबूझ पहेली
कैरीकेचर लगाएं ------------- - घर की महिलाओं के अनुसार नहीं थी किसी से दुश्मनी केराकत (जौनपुर
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- घर की महिलाओं के अनुसार नहीं थी किसी से दुश्मनी
केराकत (जौनपुर): केराकत कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मड़इया सरायबीरू मे बुधवार की रात को बदमाशो द्वारा की गई राजनाथ यादव की चाकू से गला रेत कर की गई हत्या पुलिस के लिए अबूझ पहेली साबित हो रही है। इस निर्मम हत्या कांड के बारे मे मृतक के घर की महिलाएं भी कोई कारण नहीं बता पा रही हैं। पुलिस अभी तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। राजनाथ यादव के 6 संतानो में अशोक कुमार यादव, संतोष यादव, अनूप यादव एवं तीन पुत्रियां लक्ष्मीना, किरन तथा आरती हैं। तीनों पुत्र इस समय रोजी रोटी के सिलसिले में मुम्बई रहते हैं। घर पर इस समय तीनों पुत्र वधुएं एवं मृतक की विधवा सुदामा देवी हैं। सभी बेटियां अपने ससुराल में रहती हैं। पिता की हत्या की सूचना मिलते ही रोते बिलखते हुए यहां पहुंच चुकी हैं। घर पर महिलाओं के करुण क्रंदन से माहौल गमगीन हो चला है। इस वारदात से पूरे परिवार में मातम का माहौल है।
मृतक राजनाथ यादव सीधे स्वभाव के थे। जिसकी चर्चा करते हुए गांव वासी इस निर्मम हत्या पर काफी दुखी नजर आ रहे हैं। कुछ वर्ष पूर्व मृतक जो केराकत नगर मे पल्लेदारी करके अपना व अपने परिवार का भरण पोषण करता था। बेटे बेटियों की शादी करके सभी जिम्मेदारियों से मुक्त हो गए थे। जब तीनों बेटे मुम्बई कमाने लगे तो उन्होंने पल्लेदारी करना छोड़ दिया। इसके बाद घर पर रहकर दिन भर अपनी बकरियों को चराते थे। लोग यह समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर क्यों और किसने राजनाथ की हत्या कर दिया।
डाग स्क्वायड भी असफल
राजनाथ यादव की गला रेतकर की गई हत्या का सुरागरसी करने पहुंचा डाग स्क्वायड नाकाम साबित हुआ। डाग स्क्वायड मास्टर
मनोज कुमार यादव का कहना था कि पानी होने के कारण गंध नहीं मिला जिसके
चलते डाग स्क्वायड सफल नहीं हुआ।