कर्मियों को कमरे में किया बंद
खेतासराय (जौनपुर) : दो माह से ट्रांसफार्मर सही कराने के लिए गुहार लगा रहे मानीकला गांव के लोगों क
खेतासराय (जौनपुर) : दो माह से ट्रांसफार्मर सही कराने के लिए गुहार लगा रहे मानीकला गांव के लोगों का गुस्सा उस समय सातवें आसमान पर जा पहुंचा जब शुक्रवार को बिजली बकाया वसूलने के लिए गांव में विभाग द्वारा शिविर लगा दिया गया। आक्रोशित लोगों ने बकाया जमा करने की बजाए शिविर में जमकर तोड़फोड़ किया। विरोध कर रहे तीन विद्युत कर्मचारियों को पकड़ कमरे में बंद कर दिया। ढाई घंटे बाद तब बंधन से मुक्त किया जब ट्रांसफार्मर को सही करने का कार्य शुरू किया गया।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बिजली विभाग द्वारा शुक्रवार को गांव में शिविर का आयोजन किया गया। अन्य व्यवस्थाओं के अलावा बैठने हेतु कुर्सियां और मेज आदि रखी गई। उधर दो माह से गांव में खराब ट्रांसफार्मर को सही कराने की गुहार लगा रहे ग्रामीणों को इसकी जानकारी हुई तो वे आक्रोशित हो उठे। सभी एकत्र होकर रणनीति तय किए और शिविर में दोपहर 12 बजे जा धमके। आरोप है कि ग्रामीणों ने शिविर में रखी कुर्सियों को तोड़ दिया। मेज पलट दिया और विद्युत कर्मचारियों से जबरन रजिस्टर आदि छीन लिया। विरोध करने पर तीन कर्मचारियों को पकड़ कर कमरे में बंद कर दिया। जानकारी होने पर विभाग में हड़कंप मच गया। मांग किया कि जब तक ट्रांसफार्मर सही नहीं किया जाता तब तक इन कर्मचारियों को नहीं छोड़ा जाएगा। ग्रामीणों के मांग की जानकारी होने पर उच्चाधिकारी हरकत में आ गए। आनन-फानन में खराब ट्रांसफार्मर को सही करने का कार्य ढाई बजे शुरू किया गया तब जाकर ग्रामीणों का गुस्सा ठंडा हुआ और कर्मचारियों को बंधन मुक्त किया गया।
नहीं आए उच्चाधिकारी, कई घंटे बाद पहुंचे थानाध्यक्ष
बिजली विभाग द्वारा आयोजित शिविर में तोड़फोड़ हुई, कर्मचारियों को बंधक बना लिए। इतना ही नहीं विभागीय रजिस्टर भी कब्जे में ले लिया। जानकारी होने के बावजूद विभाग के उच्चाधिकारी और न ही इलाकाई पुलिस पहुंची। इसके पीछे का कारण तो आसानी से समझा जा सकता है। शायद अधिकारी भी अपने लापरवाही को स्वीकार कर रहे थे। वहीं कई घंटे बाद जब मामला शांत हो गया। कर्मचारी बंधन मुक्त हो गए तो सांप गुजरने के बाद लाठी पीटने की कहावत को चरितार्थ करने के लिए थानाध्यक्ष मय फोर्स पहुंचे। उन्होंने जांच के साथ ही विवादित बताते हुए चल रहे कार्य को बंद करा दिया। इसके चलते गांव अभी भी अंधेरे में है।
दी तहरीर, एसओ ने कहा, नहीं मिली
एसडीओ दीपक जायसवाल ने बताया कि मामले को गंभीरता से लिया गया है। इस संबंध में खेतासराय थाने में तहरीर दी गई है। उधर थानाध्यक्ष प्रमोद यादव ने कहा कि तहरीर नहीं मिली है। मिलने पर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार गुहार लगाकर थक चुके थे। समझ में नहीं आ रहा था क्या करें जिससे हमारी समस्या का समाधान हो।