सूबे के 53 फीसद मरीज जौनपुर से पहुंच रहे टाटा हास्पिटल
जौनपुर : 'मीठा जहर' दोहरा खाने वालों के कारण कैंसर रोगियों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही है। ध
जौनपुर : 'मीठा जहर' दोहरा खाने वालों के कारण कैंसर रोगियों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही है। धड़ल्ले से बिक रहे दोहरे को खाने के बाद लोग कैंसर के शिकर हो रहे है। डब्लूएचओ द्वारा आखिरी बार 2014 में किए गए सर्वे रिपोर्ट पर गौर करें तो चौकाने वाली सच्चाई सामने आ रही है। सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक टाटा हास्पिटल मुंबई में हर तीसरा मरीज उत्तर प्रदेश से ही होता है। आश्चर्य की बात तो यह है कि इसमें अकले 53 फीसद मरीज जौनपुर से ही होते है। रोक न लगने के कारण यह स्थिति दिनों-दिन खराब होती जा रही है। बावजूद इसके शासन प्रशासन की तंद्रा नहीं टूट रही है।
युवा ही हो रहे ज्यादा शिकार: सर्वे रिपोर्ट के आंकड़ों की माने तो दोहरा खाने वालों में मौजूदा समय में ज्यादातर युवा वर्ग के ही लोग है। जौनपुर में दोहरा खाने वालों में हर 10 में 8 युवा ही होते है। सर्वे में यह भी बात सामने आई की आधुनिकता की इस चकौचौंध में युवा वर्ग इस नशे की ओर ज्यादा आकर्षित हो रहा है। जिसकी वजह से वह दोहरा खाते-खाते खुद को नशेड़ी बना ले रहा है और समय से इलाज न हो पाने के कारण अपने जीवन को बर्बाद कर दे रहा है।
कच्ची सुपारी और तंबाकू से कैंसर की ज्यादा संभावना: सुपारी की और तंबाकू धड़ल्ले से सूब से ज्यादा बिक रहा है। इन दोनों सामानों पर न बिक्री पर रोक है और न ही किसी प्रकार के विज्ञापन का। इतना ही नहीं सर्वे रिपोर्ट में यह भी बात सामने आई है कि जौनपुर में दोहरा का उपयोग प्रदेश में सबसे ज्यादा होता है।
बांदा का तंबाकू और जौनपुर का दोहरा सबसे ज्यादा हानिकार
डा.गौरव मौर्य ने सर्वे रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश में बांदा जनपद में तंबाकू खाने के बाद 67 फीसद लोग कैंसर से पीड़ित हो रहे है, जबकि जौनपुर में 53 फीसद लोग दोहरा और तंबाकू का उपयोग करने के बाद कैंसर का शिकर हो रहे है। वहीं डा.तूलिका मौर्या ने बताया कि प्रदेश में मैनपुर जनपद के 35 फीसद कैंसर से पीड़ित मरीज खैनी, सुपारी, पान खाने के कारण हो रहे है। चिकित्सक द्वय ने कहा कि दोहरा शरीर के लिए काफी हानिकारक है।