पांच वर्षों में नहीं मिले विशेषज्ञ डाक्टर
जफराबाद (जौनपुर): सरकार तमाम योजनाएं चला रही है पर जिन मामलों पर नजर होनी चाहिए उस पर कोई योजना न
जफराबाद (जौनपुर): सरकार तमाम योजनाएं चला रही है पर जिन मामलों पर नजर होनी चाहिए उस पर कोई योजना नहीं चलाई जा रही है। हम बात कर रहे हैं जौनपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित हौज गांव में बने ट्रामा सेंटर की।
बसपा सरकार ने वर्ष 2009 में ट्रामा सेंटर का निर्माण कराया। ट्रामा सेंटर के निर्माण कार्य से उस समय इसका उद्देश्य जानकर क्षेत्रीय लोगों में खुशी छा गई थी। लखनऊ से वाराणसी के बीच 300 किलोमीटर की दूरी में राजमार्ग पर यह पहला ट्रामा सेंटर सरकार की तरफ से बड़ी पहल समझी गई। यह ट्रामा सेंटर कुल 10 बिस्वा क्षेत्रफल में बनाया गया जिसमें तत्कालीन चिकित्सकीय उपचार के लिए अलग-अलग कक्ष बनाए गए। राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने वाली दुर्घटनाओं में घायलों के इमरजेंसी उपचार के लिए इस सेंटर का निर्माण हुआ। इसमें सर्जरी आदि के विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति होनी थी। उपचार के लिए अत्याधुनिक मशीनें लगनी थी।
2010 में सवा करोड़ की लागत से ट्रामा सेंटर का भवन बनकर तैयार हो गया। भवन को बड़े ही आकर्षक ढंग से बनाकर चमका दिया गया। अफसोस 2010 से 2015 आ गया। अब ट्रामा सेंटर का रंग बदरंग हो गया। गुलाबी से मटमैला फिर सफेद हो गया। सुंदर भवन झाड़-झंखाड़ में तब्दील हो गया और ट्रामा सेंटर चालू होने से पहले ही बंद पड़ गया। उसमें न ही डाक्टर नियुक्त किए गए और न ही उपचार के अत्याधुनिक उपकरण ही आए। ऐसे में क्या समझा जाए। अब सवाल उठता है कि जब ट्रामा सेंटर चालू ही नहीं करना था तो बनाया ही क्यों? या फिर सिर्फ बि¨ल्डग ही बनाने की योजना थी या फिर दो सरकारों की खींचातानी की भेंट चढ़ना कहें। कुछ भी हो इस मामले में जिम्मेदारों के लिए ट्रामा सेंटर की बदहाली दशा में छोड़ देना शर्मनाक है।
बोले सीएमओ
इस बाबत मुख्य चिकित्साधिकारी डा.दिनेश यादव ने पूछे जाने पर बताया कि उक्त ट्रामा सेंटर पर विशेषज्ञ चिकित्सकों की आवश्यकता है जिसके लिए शासन को पत्र लिखा गया है। जल्द ही ट्रामा सेंटर पर चिकित्सकों की नियुक्ति व चालू होने की उम्मीद है।
बोले विधायक
विधायक श¨चद्र नाथ त्रिपाठी ने पूछे जाने पर कहा कि इस मामले में कई बार स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन को लिखित व मौखिक रूप से अवगत कराया गया। उन्होंने हर बार विशेषज्ञ चिकित्सक की नियुक्ति जल्द करने का आश्वासन दिया। विधायक ने फोन पर बताया कि मैं लखनऊ में हूं और ट्रामा सेंटर के चालू होने के लिए पुन: स्वास्थ्य मंत्री से वार्ता करूंगा।