सड़क निर्माण में धनाभाव बना रोड़ा
बदलापुर (जौनपुर): इसे शासन-प्रशासन की उदासीनता कहें या लोक निर्माण विभाग की लापरवाही कि 26 माह में म
बदलापुर (जौनपुर): इसे शासन-प्रशासन की उदासीनता कहें या लोक निर्माण विभाग की लापरवाही कि 26 माह में महज 30 किमी. ही सड़क बन सकी। मुंगराबादशाहपुर से शाहगंज तक निर्माणाधीन सड़क की गति धीमी होने से आने-जाने वाले राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कहीं खोदकर छोड़ी गई तो कहीं गड्ढों में तब्दील सड़क परेशानी का सबब बन गई है। इससे लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है। हालांकि विभाग इसे धन का अभाव बता रहा है।
13 फरवरी 2013 को मुंगराबादशाहपुर से शाहगंज तक 74 किमी. सड़क 96 करोड़ की लागत से बननी शुरू हुई। इसके लिए बटाऊबीर के पास विभाग के अधिकारी व ठेकेदारों द्वारा विधि विधान से पूजन-अर्चन कर शुरू किया गया। कार्य इतना तीव्र गति से शुरू हुआ कि पखवारे भर में ही बटाऊबीर से गोमती नदी सेतु तिलवारी तक पूरी सड़क खोद दी गई। काम की तेजी को देख क्षेत्रवासी कहने लगे कि अब शीघ्र ही यातायात सुगम हो जाएगा लेकिन इसके बाद कार्य कच्छप गति से होने लगा। कहीं खोदकर तो कहीं बड़ी गिट्टी डालकर छोड़ दिया गया। सबसे गंभीर समस्या घनश्यामपुर बाजार से पिलकिछा तक है जहां खोदी गई सड़क पर जगह-जगह डेढ़ से दो फीट के गड्ढे मौजूद हैं। इतना ही नहीं गिट्टी डाले जाने से लोग गिरकर जहां चुटहिल हो रहे हैं। वहीं वाहनों को भारी क्षति हो रही है। इसी तरह महराजगंज से सुजानगंज तक 9 किमी, बदलापुर से बटाऊबीर 5 किमी, पिलकिछा से शाहगंज तक 16 किमी सड़क पूरी तरह गड्ढों में तब्दील है।
इस प्रकार देखा जाए तो 74 किमी के सापेक्ष 26 माह में महज 36 किमी ही सड़क का निर्माण हो सका है। निर्माण न होने के पीछे विभाग जहां धन अभाव का रोना रो रहा ह,ै वहीं क्षेत्रीय जनता दो वर्ष से अधिक समय से परेशानी झेल रही है।
छह किमी चलने में लगता है एक घंटे
26 माह पूर्व खोदकर छोड़ी गई सड़क सबसे ज्यादा परेशानी का सबब बनी है। जिसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 6 किमी की दूरी वाहन चालक एक घंटे में पूरी करते हैं। उड़ती धूल व्यवसायियों के व्यवसाय को चौपट कर रही है तो लोग दमा, खांसी, एलर्जी जैसे गंभीर रोगों के शिकार भी हो रहे हैं। वाहनों का खराब होना तो आम बात हो गई है।
मुंगरा से शाहगंज तक बनने वाली सड़क की स्थिति
कार्यदायी संस्था- लोक निर्माण विभाग
बनने वाली सड़क की दूरी- 74 किमी.
कार्य पूरा करने का लक्ष्य- दो वर्ष
लागत- 96 करोड़
अब तक पूर्ण कार्य- 36 किमी.
प्राप्त धन- 30 करोड़
कार्य शुरू- फरवरी 2013 में
क्या बोले जिम्मेदार
सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग राजेश वर्मा ने बताया कि धनाभाव के चलते कार्य में बाधा आई है। धन मिलते ही तीव्र गति से कार्य पूर्ण कराया जाएगा।