सात माह से बंद है मिड-डे मील
तेजी बाजार (जौनपुर): क्षेत्र के ऊदपुर गेल्हवा प्राथमिक विद्यालय पर पिछले लगभग सात माह से बच्चों को द
तेजी बाजार (जौनपुर): क्षेत्र के ऊदपुर गेल्हवा प्राथमिक विद्यालय पर पिछले लगभग सात माह से बच्चों को दोपहर का भोजन नसीब नहीं हो पा रहा है। रसोइयां-प्रधान विवाद के कारण बच्चे भूखे रहने को मजबूर हैं।
जुलाई 2014 में रसोइयां मीना, प्रमीला, नन्हकू को राशन में अनियमितता का आरोप लगाकर प्रधान कंचनलता तिवारी द्वारा खाना बनाने से मना किया गया। विवाद बढ़ने पर पुलिस चौकी पर पंचायत हुई जिसके बाद दूसरी ओर अस्थाई व्यवस्था के तहत दूसरी रसोइयां ने खाना बनाना प्रारंभ किया लेकिन एक माह बाद व्यवस्था बंद हो गई। तब से लेकर आज तक इस विद्यालय मे कभी भोजन नहीं बना। इसी बीच प्रधानाध्यापक का ट्रांसफर हो गया। नई प्रधानाध्यापक अभिलाषा ¨सह ने कार्यभार ग्रहण किया लेकिन प्रकरण जस का तस रहा।
इस संबंध में प्रधान कंचनलता तिवारी का कहना है कि विद्यालय पर मात्र मीना और नन्हकू की नियुक्ति रसोइया पद पर ग्राम शिक्षा समिति द्वारा की गई है। प्रमीला की नियुक्ति के बारे में मैं नहीं जानती। मीना व नन्हकू की सेवा समाप्त कर दी गई है। अस्थाई व्यवस्था के तहत खाना बनाने के लिए दूसरे रसोइयां को लगाया गया था लेकिन पुरानी रसोइयां ने खाना नहीं बनने दिया। अध्यापकों ने मिड-डे मील रजिस्टर में भोजन का ब्योरा दिखाना बंद कर दिया। इसके बाद से मिड-डे मील का संचालन बंद है।
प्रधानाध्यापक अभिलाषा ¨सह का कहना है कि प्रधान पुरानी रसोइयां से खाना नहीं बनवाना चाहती हैं तो फिर नई रसोइयां की नियुक्ति का आदेश लाएं। ग्राम शिक्षा समिति नियुक्ति कर देगी लेकिन जब तक नई व्यवस्था नहीं होती पुरानी रसोइयां ही भोजन बनाएंगी। हम उसी को मानदेय का भुगतान कर सकते हैं। बगैर नियुक्ति मानदेय का भुगतान नहीं हो सकता है।