को¨डग-डिको¨डग की व्यवस्था हुई डवांडोल
जौनपुर : वीर बहादुर ¨सह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में हो रहे श्रेणी सुधार के मूल्यांकन कार्य की व्यवस्
जौनपुर : वीर बहादुर ¨सह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में हो रहे श्रेणी सुधार के मूल्यांकन कार्य की व्यवस्था पूरी तरह से डावांडोल हो गई है। नंबर बढ़ाने के लिए कर्मचारी पर्ची लेकर घूम रहे हैं। मूल्यांकन के दौरान इस हरकत से परीक्षकों में काफी आक्रोश देखा गया।
श्रेणी सुधार का मूल्यांकन कार्य 21 जनवरी से चल रहा है। वहीं इससे पूर्व 18 जनवरी से को¨डग का कार्य चल रहा है। को¨डग-डिको¨डग व मूल्यांकन का दोनो कार्य मैकेनिकल भवन प्रयोगशाला में चल रहा है। श्रेणी सुधार में विषयवार कम छात्रों ने ही परीक्षा दी है। सूत्रों की माने तो को¨डग के समय ही कर्मचारी कापियों का चिह्नीकरण कर ले रहे हैं। इसके बाद संबंधित परीक्षक के पास पहुंचकर ये कर्मी नंबर बढ़ाने की गुहार लगा रहे हैं। मैनुअल प्रणाली के तहत कापियों के मुख्य पेज की को¨डग ही ऐसी हो रही है जिससे गड़बड़ी होना तय माना जा रहा है।
विश्वविद्यालय में मूल्यांकन करने वाले परीक्षक यह जरूर चर्चा कर रहे हैं कि को¨डग डिको¨डग में लापरवाही की वजह से ऐसा हो रहा है। इसपर भी शिक्षक खुलकर सामने आने व उचित जवाब देने से कतरा रहे हैं। राष्ट्रीय शैक्षिक संघ के संयुक्त महामंत्री डा.जगदीश ¨सह दीक्षित ने बताया कि को¨डग इस तरह से की जा रही है जिसके तहत कापियों का डिकोड होना मुश्किल दिखाई दे रहा है।
इस बाबत मूल्यांकन के सहसमन्वयक डा.अखिलेश्वर शुक्ला ने कहा कि इस तरह से मुख्य परीक्षा की कापियों का मूल्यांकन नहीं कराया जा सकता है। वर्तमान में गड़बड़ को¨डग व्यवस्था को लेकर विश्वविद्यालय के उच्चाधिकारियों से वार्ता की जाएगी।