पंचायत चुनाव की सरगर्मी तेज
बदलापुर (जौनपुर): त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के होने में अभी एक वर्ष का समय है, लेकिन गांवों में दावेदा
बदलापुर (जौनपुर): त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के होने में अभी एक वर्ष का समय है, लेकिन गांवों में दावेदारों की लंबी फौज अभी से ही तैयार होकर खेमेबंदी की राजनीति करना शुरू कर दिया है। इससे गांवों में होने वाले विवादों की संख्या में तीव्रगति से इजाफा होना शुरू हो गया है जबकि अभी आरक्षण व परिसीमन की स्थिति भी स्पष्ट नहीं है।
पंचायत चुनाव को लेकर वार्डो व ग्राम पंचायत के परिसीमन का कार्य शासन-प्रशासन द्वारा शुरू कर दिया गया है। इसकी सुगबुगाहट से गांव की राजनीति गर्म होना शुरू हो गई है। देखा जाए तो दावेदारों की लंबी फौज तैयार हो रही है, जो गांव में खेमेबंदी करके राजनीति करना शुरू कर दिए हैं। ये संभावित दावेदार गंवई राजनीति में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं, जिससे विवादों की संख्या में भी इजाफा होता जा रहा है।
आलम यह है कि दावेदार अपनी दावेदारी करते हुए मतदाताओं के कुशलक्षेम पूछना शुरू कर दिए हैं। किसी के बीमार होने पर अस्पताल ले जाना, जरूरत पड़ने पर खर्च वहन करना के साथ ही मांगलिक कार्यक्रमों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। जगह-जगह शराब और दावतों का भी दौर शुरू हो गया है। गांव में छोटे-छोटे मामले जिसे गांव में सुलझाया जा सकता है उसे पुलिस तक पहुंचा कर अपने पक्ष में पैरवी करते हुए विवाद को गंभीर बना दे रहे हैं। इससे गांव में विवाद बढ़ रहा है तो प्रशासन को भी असहज स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
उधर एडीओ पंचायत राजेंद्र प्रसाद का कहना है कि अभी ग्राम पंचायतों के परिसीमन का कार्य चल रहा है। इसके बाद वार्डो का परिसीमन व आरक्षण की बात की जाएगी।