जालसाजी से जारी हो रही फर्जी खतौनी
मछलीशहर (जौनपुर): नगर में इंटरनेट की दुकान चला रहे कुछ दुकानदार हर कायदा-कानून को ताक पर रखकर राजस्व
मछलीशहर (जौनपुर): नगर में इंटरनेट की दुकान चला रहे कुछ दुकानदार हर कायदा-कानून को ताक पर रखकर राजस्व विभाग में हस्तक्षेप करते हुए खुलेआम फर्जी खतौनी एवं अभिलेख जारी कर रहे हैं।
मामला प्रकाश में तब आया जब एक काश्तकार फर्जी खतौनी इंटरनेट से निकालकर तहसील के एक बैंक अधिवक्ता के पास पहुंचा। अधिवक्ताओं ने कहा कि तहसील अधिकारियों की नाक के नीचे दुकानदार फर्जी खतौनी जारी कर रहे हैं। अधिकारी अभी तक इससे अनजान बने हुए हैं।
तहसील में बुधवार को क्षेत्र के एक गांव का किसान इंटरनेट से फर्जी खतौनी निकालकर केसीसी बनवाने के लिए बैंक अधिवक्ता के पास पहुंचा। अधिवक्ता द्वारा खतौनी पर शक होने पर किसान से भूलेख निकलवाने की बात कही। तब किसान फिर इंटरनेट द्वारा फर्जी भूलेख निकलवाकर बैंक अधिवक्ता के पास गया। इसके बाद दोबारा शक होने पर अधिवक्ता ने जब रजिस्ट्रार कार्यालय में खतौनी का मिलान किया तो खतौनी पर अंकित नाम गलत पाया गया। यह देख अधिवक्ता के होश उड़ गए और किसान से पूछताछ करने लगा। उसके बाद किसान ने बताया कि नगर से ही फर्जी खतौनी इंटरनेट द्वारा मिली है। यदि किसान की बात मानी जाए तो यह स्पष्ट है कि तहसील के अधिकारियों की नाक के नीचे मनबढ़ दुकानदार जालसाजी कर भूलेखों के साथ मनमानी तरीके से छेड़छाड़ कर रहे हैं। यदि तहसील अधिकारी इसी तरह से मौन रहेंगे तो दुकानदार फर्जी तरीके से कुछ भी कर सकते हैं।