लेखपालों की हड़ताल जारी, लोग परेशान
जौनपुर: लंबित मांगों को लेकर चल रही लेखपालों का हड़ताल जारी है। कई महीने से चल रही हड़ताल के चलते जनता
जौनपुर: लंबित मांगों को लेकर चल रही लेखपालों का हड़ताल जारी है। कई महीने से चल रही हड़ताल के चलते जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सरकारी योजनाओं का लाभ पात्रों को नहीं मिल पा रहा है।
सदर तहसील में मंगलवार को 74 लेखपालों ने अपना अतिरिक्त कार्य भार राजस्व निरीक्षकों को सौंप दिया।
मछलीशहर तहसील में लेखपालों के अनिश्चितकालीन हड़ताल से भूमि विवाद बढ़ रहे हैं। तहसील क्षेत्र में भूमि पैमाइश पूर्ण रूप से ठप चल रहा है। लेखपाल संघ के अध्यक्ष लालचंद्र श्रीवास्तव की अगुवाई में 52 गांव के लेखपालों ने अपना बस्ता राजस्व निरीक्षकों के पास जमा कर दिया है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
शाहगंज में मंगलवार को 53 लेखपालों ने 75 गांवों का अतिरिक्त प्रभार छोड़ दिया। अब 75 गांव लेखपाल विहीन हो गए हैं। इससे राजस्व के साथ ही साथ विकास का पहिया भी थम जाएगा।
प्रभारी कानूनगो व लेखपालों के अतिरिक्त प्रभार का पद छोड़े जाने से जहां एक तरफ राजस्व संबंधी कार्य प्रभावित होगा वहीं विकास का पहिया भी थम जाएगा। लेखपाल के न होने से 75 गांव जहां पर अब लेखपाल नहीं है वहां पर सड़क, चक मार्ग आदि का सीमांकन नहीं हो पाएगा। इससे विकास के काम भी रुक जाएंगे। लेखपालों के आंदोलन से लोग परेशान हैं।
बदलापुर तहसील में कुल 407 राजस्व गांव है। ग्रामीणों की सुविधा के लिए चार कानूनगो सर्किल बनाई गई थी। तथा 82 लेखपाल के पदों को सृजित किया गया था। इसके सापेक्ष पहले से ही महज 38 लेखपालों की तैनाती होने से कार्य प्रभावित होता था। अब लेखपालों के हड़ताल पर चले जाने से लगभग 200 गांव लेखपाल विहीन हो गए हैं। जिन-जिन गांवों का कार्य भार देख भी रहे हैं वहां भी महत्वपूर्ण कार्यो प्रमाण पत्रों, वरासत, तहसील व थाना दिवस का बहिष्कार है।