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बुनियादी शिक्षा पर ध्यान देने की जरूरत: पुनिया

रामपुर (जौनपुर): अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग के अध्यक्ष डा.पीएल पुनिया ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में

By Edited By: Published: Wed, 15 Oct 2014 09:34 PM (IST)Updated: Wed, 15 Oct 2014 09:34 PM (IST)
बुनियादी शिक्षा पर ध्यान देने की जरूरत: पुनिया

रामपुर (जौनपुर): अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग के अध्यक्ष डा.पीएल पुनिया ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में की गई सेवा सबसे बड़ी मानव सेवा है इसलिए बुनियादी शिक्षा की जरूरतों पर ध्यान देने की विशेष जरूरत है।

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वे बुधवार को सर्वेश्वरी महाविद्यालय कमरुद्दीनपुर के नौवें स्थापना दिवस समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सर्वेश्वरी महाविद्यालय का शिक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान है, क्योंकि यह कालेज शिक्षा के साथ सांप्रदायिक सद्भाव और जागरुकता पर विशेष ध्यान दे रहा है। यहां के लोग धन्य हैं जो काम सरकार को करना चाहिए वह काम यहां के लोगों ने कर पिछड़े क्षेत्र में शिक्षा के विकास को एक आयाम दिया।

उन्होंने प्रबंधक डा.परमेंद्र सिंह को सराहते हुए कहा कि यह सब उनकी सकारात्मक सोच का परिणाम है। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि ऋण वितरण और बुनकर कार्ड का लाभ उठाकर अपने परिवार का जीवनयापन करने के साथ इसे बैंक को जरूर वापस करें। इस अवसर पर उन्होंने कंप्यूटर लैब का उद्घाटन भी किया।

विशिष्ट अतिथि महर्षि विश्वविद्यालय लखनऊ के वाइस चांसलर प्रोफेसर एचके सिंह ने कहा पहली बार मुझे यह एहसास हो रहा है कि यह महाविद्यालय गुरुकुल की शिक्षा के रूप में चल रहा है। उन्होंने गुरुकुल का अर्थ समझाते हुए कहा कि इसका मतलब अंधेरा हटाकर उजाले की ओर ले जाना होता है। कहा कि हम कहीं भी जाएं हमें अच्छे आचरण को ग्रहण करना चाहिए।

यूबीआइ के रीजनल मैनेजर सुनील त्यागी ने कहा कि डा.परमेंद्र सिंह की लगन है कि पिछड़े क्षेत्र में महाविद्यालय खोलने का साहस दिखाया। उसी से प्रेरित होकर मैने कमरुद्दीनपुर को आदर्श गांव के रूप में गोद लिया। यूबीआइ के अधिकारी सुशील पाणिग्रही ने कहा कि किसी भी विद्यालय के विकास में वहां के विद्यार्थियों का अनुशासन महत्वपूर्ण होता है।

उदय प्रताप महाविद्यालय के प्राचार्य डा.एनपी सिंह ने कहा कि हमारे कालेज का संस्कार आज सफल हो गया। अध्यक्षता करते हुए पूर्व कुलपति प्रो.कीर्ति सिंह ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में अनुशासन के साथ-साथ शिक्षक और छात्र की उपस्थिति भी जरूरी है।

इस अवसर पर यूनियन बैंक आफ इंडिया की तरफ से घनश्याम दूबे, जंग बहादुर सिंह, तिलकधारी सिंह, सरस्वती प्रबोधनी, कृष्णा प्रबोधनी समूह को ऋण एवं क्रेडिट कार्ड तथा अवधेश कुमार, सजीवन कहार, शंकर सिंह, ईशा अंसारी, ताज मुहम्मद, राम सिरोमन को बुनकर कार्ड पीएल पुनिया के हाथों वितरित किया गया।


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