सीएम के जाने के बाद सामने आएगा सच
जौनपुर : स्वास्थ्य विभाग के कारनामे का सच अब सीएम के जाने के बाद ही सामने आएगा। कौड़ी के भाव नीलाम हुए तीन अस्पताल और उनके आवासी भवनों के मलबे की जांच के लिए तीन जिला स्तरीय अधिकारी लगाए गए हैं। सूत्रों की माने तो एडीएम गंगाराम गुप्ता ने स्वास्थ्य विभाग से नीलामी संबंधित सारे दस्तावेज भी तलब कर लिए है। साथ ही सीएम के कार्यक्रम के बाद जांच शुरू करने की बात कही है।
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक पूर्व सीएमओ डा.पीएन रावत ने मछलीशहर, मड़ियाहूं और मुंगराबादशाहपुर स्थित पुराने सरकारी अस्पतालों और उनके आवासीय भवनों के मलबे को निष्प्रयोज्य घोषित कर दिया। कागजी पेट भरकर उक्त के मलबे की नीलामी कृष्णा इंटर प्राइजेज आराजी भूपतपंट्टी को एक लाख 60 हजार में कर दिया। 'दैनिक जागरण' द्वारा मामला प्रकाश में लाने के बाद जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने पूरे प्रकरण की जांच कराने का निर्णय लिया। उन्होंने इसके लिए तीन जिलास्तरीय अधिकारियों की कमेटी गठित कर दिया। जिसमें वर्तमान सीएमओ, एडीएम और पीडब्लूडी के एक्सइएन शामिल हैं।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक जांच प्रक्रिया शुरू करने के लिए एडीएम ने विभाग से नीलामी से संबंधित सभी पत्रावलियां तलब कर लिया। साथ ही 19 सितंबर को जांच टीम के साथ बैठक कर टेंडर की जांच करने का निर्णय लिया, किंतु किंही कारणों से यह बैठक नहीं हो सकी जिसके कारण बैठक को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए टाल दिया गया है। इस संबंध में एडीएम गंगाराम गुप्ता कहना है कि मामले की जांच मुख्यमंत्री के कार्यक्रम संपन्न होने के बाद की जाएगी।