निर्जला व्रत कर महिलाओं ने की पूजा
जौनपुर: जीवित्पुत्रिका पर्व पर मंगलवार को महिलाओं ने निर्जला व्रत रखकर पूजन किया। पुत्रों के दीर्घजीवी होने और उनके लिए मंगल कामना करने के लिए महिलाएं भारी संख्या में गोंट बनाकर पूजन करने पहुंची। नया वस्त्र धारण कर गाजे-बाजे के साथ भी पूजन स्थल पर जाने वालों की संख्या कम नहीं रही। पारंपरिक गीत गाते हुए जब महिलाएं सड़कों पर जा रही थीं तो हिंदू संस्कृति की परंपरा लोगों को याद आ जा रही थी।
हाथ में थाली और उसमें केले, लड्डू, पूड़ी, हलवा, चना, रूई, दिया, बत्ती, अगरबत्ती आदि भी रहे। महिलाओं ने पहले से बनाए गए गोंट में पहुंचकर पूजन किया और फिर जीऊतिया माई की कथा सुनी। इसके बाद गोधुली में अपने-अपने घरों को वापस लौटी। गोमती तट के हनुमान घाट, बजरंग घाट, गोकुल घाट, गोपी घाट, अचला देवी घाट, बारीनाथ मठ, जागेश्वर नाथ, पांचो शिवाला, मैहर देवी मंदिर, पालिटेक्निक चौराहा आदि प्रमुख स्थलों के अतिरिक्त गांवों में जलाशयों के किनारे तथा सार्वजनिक स्थानों पर पूजन का आयोजन किया गया। यही एक ऐसा पर्व है जिसका प्रसाद लोगों को दूसरे दिन वितरित किया जाता है।
उधर मछलीशहर, केराकत, रामपुर, मड़ियाहूं, शाहगंज, थानागद्दी, सिकरारा, गौराबादशाहपुर, चंदवक, मुफ्तीगंज सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी जिऊतिया व्रत रखकर महिलाओं ने पुत्र के दीर्घायु, आरोग्य एवं हर प्रकार से उत्थान करने के लिए मंगलकामना की। नदी के किनारे प्रदोष काल में यह पूजा की गई। दिनभर सौभाग्यवती महिलाओं ने निर्जला व्रत रखकर समूह में एकत्रित होकर पूजन किया। पर्व के चलते फलों के दाम में अप्रत्याशित तेजी रही।