स्कूल वाहन संचालन को लेकर प्रदर्शन
जौनपुर: स्कूल वाहन संचालन को लेकर अभिभावकों ने शुक्रवार को सेंट पैट्रिक स्कूल के गेट के सामने प्रदर्शन किया। विद्यालय प्रबंधन पर दोतरफा नीति अपनाने व उदासीनता बरते जाने का आरोप लगाया।
जिला प्रशासन के सख्त निर्देश पर अधिकांश विद्यालयों ने प्राइवेट वाहनों को हटा दिया है। वैकल्पिक व्यवस्था न दिए जाने के चलते हजारों छात्रों के विद्यालय आने-जाने में परेशानी हो रही है। इसी से आक्रोशित सेंट पैट्रिक स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने सुबह आठ बजे जमकर प्रदर्शन व नारेबाजी किया।
अभिभावकों का आरोप है कि विद्यालय प्रबंधन द्वारा चार पहिया प्राइवेट वाहनों को तो हटा दिया गया लेकिन स्कूल बसों का संचालन जारी है। जबकि अधिकांश बसें महानगरों से रिजेक्ट तथा 15 साल से अधिक पुरानी हैं। इतना ही नहीं उनके कागजात और फिटनेस प्रमाणपत्र भी सही नहीं हैं। यह बसें परिवहन विभाग के मानक को पूरा नहीं करतीं। मनमाना वाहन शुल्क वसूलने के बाद भी बच्चों को ठूंस-ठूंस कर बैठाया जाता है।
चार पहिया प्राइवेट वाहन इसलिए हटा दिया गया क्योंकि इससे विद्यालय को आर्थिक लाभ नहीं मिल रहा था। अभिभावकों का आरोप है कि न्यायालय का वर्षो पुराना आदेश है कि स्कूलों में चलने वाले वाहन या तो स्कूल के हों या अनुबंधित हों। ऐसे में प्राइवेट वाहनों को मध्य शिक्षण सत्र में क्यों हटाया जा रहा है। उपद्रव की सूचना पर पहुंचे टीडी कालेज के चौकी प्रभारी ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया। विद्यालय की प्रधानाचार्य ने अभिभावकों के प्रतिनिधि मंडल से तीन दिन की मोहलत मांगी। प्रदर्शन करने वालों में मधुकर तिवारी, सोम वर्मा, रतन सिंह, राकेश सिंह, सुशांत चौबे, आशीष सिंह, पवन सिंह, आलोक सिंह, विनय सिंह आदि रहे।