पुत्री संग ससुराल की चौखट पर बैठी निकेता
रामपुर (जौनपुर): मड़ियाहूं थाना क्षेत्र के सरौना गांव में पिछले वर्ष से घर से निकाली गई निकेता गुरुवार को ससुराल की चौखट पर अपनी एक वर्ष की पुत्री पंखुड़ी के साथ आ बैठी। उसने ठान लिया है कि किसी भी कीमत पर वह घर में प्रवेश करेगी। आपबीती सुनाते हुए बताया कि गत एक वर्ष पूर्व यदि गर्भपात करा लिया होता तो ससुराल पक्ष नाराज न होता और वह घर से बेदखल न की गई होती। बताया जाता है कि 23 अप्रैल 2012 को भदोही निवासी सुशील श्रीवास्तव ग्राम महजूदा थाना सुरियांवा निवासी ने मड़ियाहूं थाना क्षेत्र के सरौना ग्राम निवासी मनीष के साथ धूमधाम से पुत्री निकेता की शादी करायी। शादी के एक वर्ष पश्चात पति मनीष उसे अपने साथ राजस्थान ले गया जहां वह काम करता था। गर्भवती होने की बात पता चलने पर आरोप है कि उसने पत्नी का भू्रण परीक्षण कराया। परीक्षण में गर्भ में कन्या की जानकारी होने पर गर्भपात कराने पर जोर दिया। गर्भपात न कराने पर तत्काल उसे अपने घर लाया और ससुराल वालों को बुलाकर विदाई कर दी। तभी से उससे तलाक लेने पर पति जोर देने लगा। उसने बताया कि पुत्री के पैदा होने की खबर पति को दी तो वह आग बबूला हो गया और भला बुरा कहने लगा। एक वर्ष की पुत्री होने पर मायके में भी समस्या होने लगी। अंतत: निकेता ने साहस जुटाया और अपने ससुराल की ड्योढ़ी पर अपनी पुत्री के साथ आ धमकी। उसने ठान लिया कि अब यहां घर में प्रवेश करके ही दम लेगी। निकेता को घर की ड्योढ़ी पर जिद कर बैठा देख पड़ोसियों का वहां तांता लगा हुआ है। हर कोई उसके इस साहस को सराहता सुनाई पड़ रहा है।
घर में ताला बंद, ससुराल वाले हटे
रामपुर (जौनपुर): सरौना गांव स्थित ससुराल में निकेता के पहुंचने की भनक लगते ही उसके ससुराल वाले घर में ताला बंद कर हट गए। घर में किसी के न होने के बावजूद वह न्याय की प्रतीक्षा में चौखट पर मासूम पुत्री संग बैठी हुई है।