सावन में तीन वर्ष बाद पड़ रही शनि अमावस्या
गोंडा: शुक्रवार को होने वाली अलविदा की नमाज को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गयी है। दोपहर एक बजे से दो बजे के बीच मस्जिदों में नमाज होनी है। इसके लिए मस्जिदों में साफ-सफाई का प्रबंध किए गए हैं। वैसे गुरुवार को 25वें रोजे पर कई जगह इफ्तार का आयोजन किया गया।
रमजान माह के अंतिम शुक्रवार को अलविदा की नमाज अता की जाती है। इसके लिए शहर के मीनाईया, फुरकानिया, रेलवे मस्जिद बड़गांव, रहमानियां मस्जिद, मस्जिद कादरी पुरानी तकिया, रजा मस्जिद खैराबाग, मस्जिद हाफिज जलाली, छावनी मस्जिद, पुलिस लाइन की मस्जिद, कचहरी की मस्जिद, सदरुद्दीन कुतुब ए आस्ताना की मस्जिद, गौसिया मस्जिद, खजूर मस्जिद, सुनहरी मस्जिद, ख्वाजा गरीब नवाज मस्जिद, मस्जिद नासरी, मस्जिद हनाफिया तिवारी पुरवा, डिप्टी साहब मस्जिद, रजा मस्जिद, चौक की मस्जिद सहित अन्य मस्जिदों में दोपहर में एक बजे से लेकर दो बजे के बीच अलविदा की नमाज अता करायी जाएगी। सभी मस्जिदों पर अलग अलग अलविदा की नमाज अता होगी। अलविदा की नमाज को लेकर मस्जिदों पर व्यवस्थाएं की गयी है। प्रशासन ने सुरक्षा के भी प्रबंध किए हैं।
पहला रोजा
- घोसियाना के रहने वाले 9 वर्षीय मो हसन का कहना है कि वे पहली बार रोजा रह रहे हैं। रोजा रखने से अल्लाह की नेमत मिलती है। इससे हर उस आदमी की पीड़ा का एहसास होता है, जो भूखा रहने के लिए विवश है।
- महारानीगंज के 9 वर्षीय मो अनस आफताब का कहना है कि रोजा रखना एक पुनीत कार्य है। इससे हमें नेक रास्ते पर चलने की प्रेरणा मिलती है।