सुगम और इपर्स एमएसटी की मिलेगी सुविधा
जौनपुर : जौनपुर में भी महानगरों की तरह रोडवेज बस यात्रियों को सुविधाएं देने की कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए परिवहन निगम एक के बाद एक फैसले ले रहा है। जौनपुर डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक आरएल पाल ने कहा कि अब जनपद में भी यात्रियों की सुविधाओं को देखते हुए सुगम और इपर्स नाम से एमएसटी जारी किया जा रहा है। इसके सहारे कोई भी यात्री दस हजार रुपये तक की कहीं से भी खरीदारी कर सकता है।
पत्रकारों से गुरुवार को डिपो में बातचीत के दौरान एआरएम ने बताया कि इस व्यवस्था को जिले में अब लागू भी कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि निगम का आइटीएमएस से अनुबंध हुआ है जो कार्ड तैयार कर इच्छुक यात्रियों को उपलब्ध भी करा रही है। सुगम एमएसटी के सहारे यात्री एक ही मार्ग की यात्रा कर सकता है, जबकि इपर्स एमएसटी के सहारे किसी भी मार्ग पर यात्रा की जा सकती है। दोनों कार्डो की वैधता पांच वर्ष निर्धारित की गई है, किंतु हर माह यात्री को इसे रिनुअल कराना होगा।
कैसा है कार्ड
सुगम और इपर्स एमएसटी एटीएम कार्ड की तरह है, किंतु उसमें संबंधित यात्री की फोटो भी लगी होगी। इसमें कैश जमा कर एटीएम कार्ड का उपयोग किया जा सकता है। 16 डिजिट का नंबर भी संबंधित यात्री को दिया जाएगा। परिचालक कार्ड को टिकटिंग मशीन से लगाएगा तो बैलेंस स्वत: कट जाएगा।
डीजल टैंक में भी लगेगी चिप
बस चालकों की मनमानी पर रोक लगेगी। एआरएम ने बताया कि अब सभी बसों में जीपीआरएस सिस्टम लगा दिया गया है। इससे बसों की स्थिति का आसानी से पता लगा लिया जा रहा है। साथ ही डीजल टैंक में चिप लगाने का निर्णय लिया गया है। इसे जीपीआरएस सिस्टम से जोड़ा जाएगा। तेल डालने और निकालने की जानकारी आनलाइन प्राप्त होगी। इसके लिए सभी बस की कोडिंग की जा रही है। तेल निकलते ही उक्त डिपो की बस के कोड के सामने लाल रंग की बत्ती जल जाएगी। इस व्यवस्था को भी अगस्त तक लागू कर दिया जाएगा।
एक ही रूट पर चलेगी बस
16 जुलाई को लखनऊ में एमडी मुकेश कुमार मिश्रा की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई फैसले लिए गए हैं। जिसमें बस के अनाधिकृत ढाबों पर खड़ी होने पर चालक-परिचालक के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश भी शामिल है। एआरएम ने बताया कि नए निर्णय के लागू होने के बाद अब बसों को एक ही रूट पर चलाया जाएगा। वजह रूट से हटने के बाद बस की सही स्थिति का पता नहीं चलेगा। इसके लिए अलग से बस की व्यवस्था की जाएगी।
परिचालकों को नहीं पड़ेगा चिल्लाना
परिचालकों को यात्रियों को बैठाने के लिए अब आवाज नहीं लगानी होगी। रेलवे स्टेशन की तरह रोडवेज डिपो पर भी आवाज सुनाई देगी। वजह हर बस में इन और आउट कार्ड लगाया जाएगा, जो आन करने पर बस संख्या और रूट का खुद उच्चारण करेगा। इसके लिए अलग-अलग प्लेटफार्म बनाया जाएगा। इसकी कवायद भी शुरू हो गई है।