धान का भुगतान दिया नहीं कैसे खरीदें गेहूं!
जौनपुर : धान बेचकर पैसे के लिए किसान क्रय केंद्रों का चक्कर काट रहे हैं। वजह, भारतीय खाद्य निगम द्वारा छह करोड़ रुपये रोका लिया गया है। भुगतान न होने से गेहूं की खरीद भी प्रभावित हो गई है।
भारतीय खाद्य निगम ने छह करोड़ रुपये धान का भुगतान रोक लिया। इसमें साढ़े पांच करोड़ रुपये पीसीएफ व 50 लाख रुपये उत्तर प्रदेश उपभोक्ता सहकारी संघ की देनदारी है। शासन के निर्देश पर गेहूं खरीद के लिए क्रय केंद्र तो खोल दिए गए हैं लेकिन धान का पैसा न देने वाले क्रय केंद्र संचालकों को किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ पैसा न मिलने के कारण किसान शादी-विवाह व अन्य जरूरी काम कर्ज लेकर पूरा कर रहा है।
कोआपरेटिव संघ के अध्यक्ष कैलाश सिंह ने बताया कि सचिवों व कर्मचारियों को छह माह से वेतन नहीं मिल रहा है। दो साल में खरीदे गए गेहूं व धान का लगभग 50 लाख रुपये कमीशन व ढुलाई का 15 लाख रुपये बकाया है। भुगतान न होने के कारण कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है। वहीं दूसरी तरफ धान का भुगतान न होने पर किसान मारपीट पर आमादा हो जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जपटापुर, खलीलपुर, मल्हनी सहित कई केंद्रों पर बोरे की भी व्यवस्था नहीं की गई है। भुगतान के बारे में शीघ्र निर्णय नहीं लिया तो गेहूं की खरीद करना मुश्किल हो जाएगा।
शासन को कई बार लिखा गया पत्र
उप संभागीय विपणन अधिकारी आरबी प्रसाद ने बताया कि धान के भुगतान के लिए जिलाधिकारी द्वारा कई बार शासन को लिखा-पढ़ी की गई है। उन्होंने बताया कि पीसीएफ द्वारा भुगतान न दिए जाने के कारण यह गतिरोध आ रहा है।