10 किलोमीटर एरिया बना डेथ जोन
सिंगरामऊ (जौनपुर) : इस इलाके का यह एक ऐसा एरिया है जिसे लोग डेथ जोन के रूप में जानते हैं। यहां होने वाली मौतें अक्सर जोड़े में ही होती हैं। अब इसे चाहे चालकों की लापरवाही कहें या फिर मृतकों का संयोग। शनिवार को फिर एक-एक करके दो महिलाओं की मौत हो गई। दोनों ही बाइक पर सवार होकर किसी युवक के साथ कहीं जा रही थीं। हरिहरपुर रेलवे क्रासिंग के पास ही ट्रक ने टक्कर मार दी और दोनों की मौत हो गई।
दस किलोमीटर का यह एरिया जहां आए दिन दुर्घटनाएं एवं मौतें हुआ करती हैं। वाराणसी-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर हरिहरपुर पंप से लेकर पहितियापुर पुल के उस पार तक का एरिया दुर्घटनाओं के लिए मशहूर है। यहां की सड़कें तो ठीक हैं लेकिन स्पीड ब्रेकर के अभाव में वाहनों की गति धीमी नहीं होती और अक्सर हादसे होते रहते हैं।
बीते माह की बात करें तो दो दुर्घटनाएं हुई जिसमें लोग असमय ही काल के गाल में समा गए। 10 अपै्रल को एक दुर्घटना में घायल हुए लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। शनिवार को भी नकहरा गांव से ये महिलाएं बाजार खरीदारी करने के उद्देश्य से जा रही थीं। लेकिन काल को शायद यह मंजूर नहीं था और ट्रक की चपेट में आने से इनकी मौत हो गई। जबकि चपेट में आए दो लोगों की हालत ठीक बताई जा रही है। दुर्घटनाओं के लिए मशहूर यह नामित क्षेत्र तो है ही लेकिन यहां बोर्ड लगना आवश्यक है कि कृपया धीरे चलिए, यह क्षेत्र दुर्घटना बाहुल्य है।