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इटौरा की बतासफेनी का स्वाद पड़ा फीका

महेबा,संवाद सूत्र : उरई के ग्राम इटौरा की बतासफेनी की मिठास सदियों से प्रसिद्ध है। यहां रोपड़ गुरु दे

By Edited By: Published: Tue, 06 Dec 2016 07:31 PM (IST)Updated: Tue, 06 Dec 2016 07:31 PM (IST)
इटौरा की बतासफेनी का स्वाद पड़ा फीका

महेबा,संवाद सूत्र : उरई के ग्राम इटौरा की बतासफेनी की मिठास सदियों से प्रसिद्ध है। यहां रोपड़ गुरु देवस्थान पर कार्तिक पूर्णिमा के मेले में क्विंटल मिठाई बिक जाती थी तथा प्रतिदिन खरीददारों की लाइन लगी रहती थी। नोटबंदी के कारण बतासफेनी तैयार करने वाले दुकानदार अब हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।

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इटौरा की बतासफेनी का स्वाद जिसने एक बार चख लिया वह दोबारा वहां जाकर बतासफेनी की मिठास के लिए उतावले रहते थे। प्रदेश के आसपास के जनपदों में इसकी मिठास प्रख्यात है लेकिन नोट बंदी के असर से इसकी भी मिठास फीकी पड़ चुकी है। बतासफेनी का बाजार करने वाले गिरीश पुरवार ने बताया कि यहां बतासफेनी के 10-11 व्यवसायी हैं। एक दिन में क्विंटल बतासफेनी बिक जाती थी। नोट बंदी का ऐसा असर हुआ कि अब 4-5 किलो ही बतासफेनी बिक रही है। प्रसिद्ध देवस्थान रोपण गुरु में कार्तिक पूर्णिमा पर मेला लगता है। जब बाहरी जनपदों से भी श्रद्धालु आते हैं। मेले के दिन बतासफेनी कम पड़ जाती थी। इस वर्ष नोटबंदी के कारण सभी दुकानदारों की बतासफेनी बची रह गयी।


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